
नालंदा में लॉकडाउन का उल्लंघन करना कई दुकानदारों को महंगा पड़ा है. जिला प्रशासन ने कई दुकानों को सील कर दिया है. साथ ही अलग-अलग धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
क्या है मामला
नूरसराय बाजार में लॉकडाउन के बावजूद कई दुकानें खुली थी और वहां पर भीड़ भी लगी थी. दोपहर को नूरसराय के बीडीओ राहुल कुमार, सीओ अमलेश कुमार, थानाध्यक्ष अभय कुमार दल बल के साथ गश्ती के लिए निकले. इस दौरान मेन रोड पर कई दुकान खुले देखे और वहां भीड़ भी देखी. जिसके बाद कार्रवाई की गई.
इसे भी पढ़िए- नालंदा में कोरोना से बडे़ अधिकारी की मौत..
नूरसराय में नौ दुकानें सील
लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में जिला प्रशासन ने मेन रोड पर एक पान दुकान, काली स्थान समीप एक ज्वेलर्स की दुकान, तीन कपड़े की दुकान और अंधना मोड़ के समीप दो होटल और दो रेडीमेड की दुकानें सहित कुल नौ दुकानों को सील कर दिया है। पदाधिकारी को देख दुकानदार ग्राहकों को दुकान में बैठे ही बाहर से शटर गिराकर भाग निकले।
इसे भी पढ़िए-बिहार में वायरल हुआ सरकार का फेक लेटर.. सरकार बोली-
जिला प्रशासन ने लॉक डाउन उल्लंघन के मामले में मुकदमा भी दर्ज कराया है. साथ ही कहा है कि अगले आदेश तक सभी दुकानें सील रहेगी. जिन दुकानदारों पर कार्रवाई हुई है उसमें प्रमोद कुमार, दीपक कुमार, न्यू कशिश ज्वेलर्स, बाल्मीकि और अजय प्रसाद शामिल हैं. पदाधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा।
इसे भी पढि़ए-नालंदा में पहली बार मिले 200 से ज्यादा मरीज.. वकील समेत 3 की मौत
मुखिया ने रास्ते को किया सील
वहीं मुखिया रामकृष्ण कुमार ने कोरोना संक्रमितों के घर आने जाने वाले रास्ते को बैरिकेटिग कर सील कर दिया। मुखिया ने लोगों से घर में रहने की अपील की. गोदाम गबड़ा जाने वाले रास्ता सहित ब्रह्मटोली में दो स्थानों पर ,काली स्थान के समीप दो स्थानों पर, दयानगर में एक स्थान पर सहित कुल छह स्थानों पर बैरिकेटिग कर मोहल्लों को सील कर दिया है।