
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूबे के 10 जिलों के 20 क्वारंटाइन सेंटर का जायजा लिया. साथ ही क्वारंटाइन केंद्रों में शौचालय, पेयजल, रसोईघर, लोगों के रहने की व्यवस्था एवं केंद्रों की साफ सफाई का मुख्यमंत्री ने बारीकी से अवलोकन किया। इस दौरान लोगों ने अपनी अपनी बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने रखी.
10 जिलों के 20 क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 जिलों के 20 क्वारंटाइन सेंटरों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जानकारी ली। सीएम ने पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण,शिवहर,सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, रोहतास, गया, पूर्णिया और बेगूसराय के जिलाधिकारियों से जानकारी ली.
सीएम ने क्या-क्या पूछा
सीएम नीतीश कुमार ने पूछा कि सेंटर पर कितने कमरे हैं, कितने लोग वहां रह रहे हैं। शौचालय की संख्या, परिसर की समुचित साफ सफाई, रसोईघर की स्थिति, सीसी वी तथा वहां कार्य करने वाले लोगों की संख्या, स्नानागार, पेयजल की व्यवस्था जैसी जानकारी ली. साथ ही क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया.
बेगूसराय की महिला ने क्या कहा
मुख्यमंत्री ने बेगूसराय के मध्य विद्यालय, मोहनपुर स्थित क्वारंटाइन केंद्र पर रांची से आयी प्रवासी महिला से बातचीत के दौरान पूछा कि वो कब आयीं, वहां क्या करती थीं, यहां कितने दिनों से हैं। इस सेंटर पर की गई व्यवस्थाओं के बारे में भी उनसे जानकारी ली। प्रवासी महिला ने बताया कि केंद्र पर तीन समय भोजन मिलता है। उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। मच्छरदानी, बिछावन के अलावा बरतन, साबुन, कपड़े एवं अन्य जरुरी सामान भी दिए गए हैं।
बेतिया के रामबली ने क्या कहा
पश्चिम चंपारण के बाल सुधार गृह बेतिया के केंद्र पर गुरुग्राम (गुड़गांव) से आए रामबली ने बताया कि वे पेवर ब्लॉक के बेहतर कारीगर हैं और वे इस सेंटर पर पेवर ब्लॉक बना रहे हैं। अब तक इस सेंटर पर 7 हजार पेवर ब्लॉक बनाए जा चुके हैं। इस सेंटर पर अन्य प्रवासिंयों के द्वारा मास्क भी बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के स्किल के अनुरूप नये उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पेवर ब्लॉक उद्योग की बिहार में असीम संभावनायें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली, घर तक पक्की गली-नालियां एवं अन्य योजनांतर्गत किये जा रहे कार्यों में पेवर ब्लॉक का इस्तेमाल करें।
मोतिहारी की महिला ने क्या कहा
पूर्वी चंपारण के राम अयोध्या सिंह कॉलेज, पकड़ीदयाल के सेंटर पर गुड़गांव से आयी महिला से संवाद कर मुख्यमंत्री ने उन्हें मिल रही सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। प्रवासी महिला ने बताया कि वो गुड़गांव से आयी हैं। वहां पर वे सिलाई का काम करती थीं। क्वारंटाइन केन्द्र पर उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।
सूरत से लौटी महिला ने क्या कहा
गया के एस0एन0 सिन्हा कॉलेज टेकारी के केंद्र पर मुख्यमंत्री ने सूरत से आयी महिला से संवाद करते हुए पूछा कि वो इस सेंटर पर कब आयीं और सूरत में क्या करती थी और केंद्र पर उन्हें क्या-क्या सुविधाएं मिल रही हैं। महिला ने जवाब देते हुए कहा कि यहां उन्हें सारी सुविधाएं मिल रही है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। वे सूरत में सिलाई का काम करती थीं। मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि जीविका से भी जोड़ कर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाय।
मुख्यमंत्री ने की अपील
क्वारंटाइन केन्द्रों पर रह रहे लोगों से सीएम नीतीश कुमार ने अपील की कि सभी को क्वारंटाइन में रहना जरुरी है। यही सभी लोगों के हित में है, सभी लोग सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करें। कोरोना से बचाव का यही प्रभावी उपाय है।
रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बाहर से आए सभी लोगों को बिहार में ही काम दिया जाए। इच्छुक लोगों को जॉब कॉर्ड बनाया जाए। सभी को उनके स्किल के अनुरुप रोजगार उपलब्ध कराएं। श्रमिकों के स्किल के अनुरुप नए उद्योगों को बढ़ावा दें। जीविका से भी जोड़कर महिलाओं को रोजगार दें. मुख्यमंत्री ने प्रवासियों से कहा कि बिहार में ही रहिए। अपने श्रमबल एवं स्किल का यहीं उपयोग कीजिए। आप सभी लोग बिहार के विकास में भागीदार बनें।
कौन-कौन थे मौजूद
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद थे