मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के अगवा बैंक मैनेजर जयवर्धन की अपहरणकर्ताओं ने हत्या कर दी है। मर्डर के बाद जयवर्धन के शव को बरही के तिलैया डैम में फेंक दिया गया था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। अगवा बैंक मैनेजर की हत्या की पुष्टि नालंदा के एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने की है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका के मुताबिक बैंक मैनेजर जयवर्धन की हत्या उसी दिन कर दी गई थी जिस दिन उनका अपहरण हुआ था।
क्या है पूरा मामला
जयवर्धन की तैनाती शेखपुरा के अरियरी के कसार में मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में थी। 27 सितंबर को शाम 5.30 बजे ड्यूटी खत्म होने के बाद वे अपनी बाइक से घर के लिए निकले लेकिन देर रात तक जब वे घर नहीं पहुंचे तो घरवालों ने तलाश शुरू कर दी। घर वालों ने रिश्तेदारों और जयवर्धन के दोस्तों को फोन मिलाकर उनके बारे में जानकारी लेनी चाही। लेकिन हर जगह से निराशा हाथ लगी। जिसके बाद परिजनों ने राजगीर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया। अपहरण के दूसरे दिन पुलिस ने राजगीर थाना इलाके से ही अगवा बैंक मैनेजर के बैग और दो खोखा बरामद किया।
मोबाइल ने बदमाशों तक पहुंचाया
पुलिस ने जयवर्धन के मोबाइल लोकेशन को ट्रैक किया तो लोकेशन नवादा मिला। उसके बाद पुलिस जयवर्धन के मोबाइल की तलाश में जुट गई। बैंक मैनेजर जयवर्धन का मोबाइल नवादा जिले के बुधौली गाँव के रहने वाले अजय कुमार के घर से बरामद हुई। पुलिस ने अजय और उसके तीनों बेटों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। अजय ने पहले तो पुलिस को बरगलाया। लेकिन आखिरकार सच उगली। अजय की निशानदेही पर ही नांलदा और नूरसराय थाना इलाके से तीन आरोपियों गिरफ्तार किया। जिसके बाद पुलिस ने अपहरण कांड में इस्तेमाल की गई गाड़ी को भी बरामद कर लिया है। एसपी सुधीर कुमार पोरिका के मुताबिक अब भी एक अपहरणकर्ता पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। हालांकि अब तक ये साफ नहीं हुआ है कि जयवर्धन का अपहरण क्यों किया गया था।
गांव में मातम पसरा
बैंक मैनेजर जयवर्धन की हत्या की खबर मिलते ही उनके गांव दामन खंधा में मातम पसर गया। आपको बता दें कि जयवर्धन नालंदा जिले के मोहनपुर के दामन खंधा गांव के रहने वाले थे। उनके पिता का नाम जयदेव दयाल है। 38 साल के जयवर्धन मध्य बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की कसार शाखा में मैनेजर के पद पर पदस्थापित थे