
बिहारशरीफ में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिसके सुनकर आप अचरज में पड़ जाएंगे कि ऐसा भी होता है क्या ? लोग कहते हैं कि पहले नौकरी दिला दो फिर पैसा देंगे। लेकिन धंधेबाज ने इसका भी काट निकालकर एक शख्स को चूना लगा गया। ज्वाइनिंग लेटर से पहले ट्रेनिंग भी दिला दी।
नौकरी के चक्कर में जेल गया संजय
बिहारशरीफ के सकुनत मोहल्ले का रहने वाला संजय कुमार सरकारी नौकरी करने के चक्कर में सलाखों के पीछे पहुंच गया। वो जिस ज्वाइनिंग लेटर को लेकर नौकरी करने पहुंचा था। वो ज्वाइनिंग लेटर फर्जी निकला। अब वो बिहारशरीफ जेल में बंद है।
क्या है पूरा मामला
संजय कुमार से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम ठगी का मामला सामने आया है। धंधेबाजों ने उससे चार लाख रुपए ऐंठ लिए। अब संजय के भाई ने धंधेबाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। ठगी करने वाले भी दोनों हरेंद्र और रश्मि अस्थावां के रजमा गांव के रहने वाले हैं
फोन के जरिए हुई थी डील
पीड़ित संजय कुमार के भाई अजय कुमार का कहना है कि बदमाशों ने ज्वाइनिंग लेटर के अलावा कुछ दिनों का प्रशिक्षण कराकर ठगी की है। संजय के मोबाइल पर फोन आया। फोन पर हरेन्द्र और रश्मि नाम दो धंधेबाजों ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में चपरासी के पद पर बहाल कराने की बात कही। संजय ने बहाली होने के बाद रुपया देने की बात कही। इसके बाद ठगों ने ऑनलाइन फार्म अप्लाई करा दिया। कुछ दिन बाद कहा कि साक्षात्कार का लेटर आ गया है।
एसबीआई कार्यालय में कराया इंटरव्यू
इंटरव्यू के दिन रश्मि नामक महिला युवक को अपने साथ पटना ले गई। संजय को शक ना हो इसके लिए इंटरव्यू पटना के एसबीआई कार्यालय में कराया गया। साक्षात्कार के कुछ दिन बाद ठगों ने बताया कि रिजल्ट हो गया है, ज्वाइनिंग लेटर भी आ गया। ज्वाइनिंग लेटर मांगने संजय, महिला के घर गया तो उसने चार लाख रुपए की मांग की। जिस पर पीड़ित ने कहा कि इतनी अधिक राशि देने की बात तो उसने नहीं कही थी।
सिक्योरिटी मनी का दिया झांसा
महिला ठग रश्मि ने युवक को झांसा दिया कि उसका रुपया बैंक में सिक्यूरिटी मनी के रूप में जमा रहेगा। बैंक के हिसाब-किताब में गड़बड़ी होने पर सिक्यूरिटी से राशि काटी जाती है। रिटायरमेंट के समय ब्याज के साथ सिक्यूरिटी में ली गई राशि लौटा दी जाती है। झांसा में आकर युवक ने चार लाख रुपया का बंदोबस्त कर ठगों को दे दिया।
जब ज्वाइनिंग करने बिहारशरीफ एसबीआई शाखा पहुंचा
संजय कुमार और उसके परिवारवाले खुश थे और होते भी क्यों नहीं, जिसका इंतजार था वो घड़ी आ गई थी । मंगलवार को संजय कुमार बिहारशरीफ के एसबीआई बैंक की शाखा में ज्वाइन करने गया तो शाखा प्रबंधक ने ज्वाइनिंग लेटर को फर्जी करार दिया। इसके बाद बैंक प्रबंधक ने युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया। संजय को जेल भी जाना पड़ा।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगों का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया है। बिहार थाना के थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच के दौरान बड़े ठग गिरोह का खुलासा होने का अनुमान है।
सावधान रहने की जरूरत
सरकारी नौकरी की चाह हर किसी को होती है। हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बेटा बड़ा होकर सरकारी नौकरी करे और इसी चक्कर में वो धंधेबाजों को चक्कर में पड़ जाते हैं। सरकारी नौकरी पाने के चक्कर में अपनी गाढ़ी कमाई यहां तक की अपनी जमीन जायदाद भी बेच डालते हैं । उन्हें लगता है कि बेटा या भाई सरकारी नौकरी पा लेगा तो वो फिर से वो जमीन जायदाद तैयार कर लेगा। इसी चक्कर में वे धंधेबाजों के चक्कर में आ जाते हैं। लेकिन नालंदा लाइव आप सबको सचेत करता है कि फर्जीवाड़ों से बचें और लोगों को भी जागरूक करें