बिहार में कोरोना संक्रमण ने बढ़ते मामलों ने आखिरकार सूबे से स्वास्थ्य मंत्री को नींद से झकझोर उठा ही दिया. दो सौ लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री को अपनी ड्यूटी याद आई और पीपीई किट पहनकर अस्पताल का दौरा करने पहुंचे.
प्रकट हुए स्वास्थ्य मंत्री !
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे करीब साढे 3 महीने बाद आखिरकार प्रकट हुए. विपक्ष और जनता लगातार पूछ रही थी कि हमारे स्वास्थ्य मंत्री कहां गायब हैं. मरीजों की संख्या जब 31 हजार के ीापार हो गई. दो सौ लोगों ने जान गंवा दी . तब स्वास्थ्य मंत्री का जमीर जागा. कोरोना काल में पहली बार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे मरीजों का हालचाल जानने निकले।
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पीपीई किट पहनकर पहुंचे अस्पातल
पीपीई किट से लैस होकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे आज NMCH पहुंचे। उन्होंने कोविड-19 आईसीयू में पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना है। साथ ही अस्पताल प्रबंधन से भी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने रोस्टर के मुताबिक के डॉक्टरों की ड्यूटी के बारे में पूरी रिपोर्ट ली है। उन्होंने अगले 2 से 3 दिनों में नया हेल्पडेस्क बनाए जाने का निर्देश भी दिया है।
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मरीजों ने सुनाई खरी खोटी
इस दौरान मरीजों ने स्वास्थ्य मंत्री को खूब खरी खोटी भी सुनाई. साथ ही कुव्यवस्था की पोल भी खोली. जिसके बाद मंगल पांडे ने कहा कि अब किसी भी मरीज की मृत्यु होने के 2 से 3 घंटे के अंदर उनके परिजनों के सहयोग से अंत्येष्टि कर दी जाएगी। साथ ही साथ अस्पताल में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति जारी रहे इसका भी निर्देश दिया गया है।