मुजफ्फरपुर रेप कांड में आखिरकार नीतीश सरकार के मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया. मंजू वर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा सौंपा है. इस्तीफा देने के बाद मंजू वर्मा ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री ने इस्तीफा के लिए नहीं बोला था. बल्कि नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया है.
‘मेरा पति निर्दोष है’
नीतीश सरकार के समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा इस्तीफा देने के बाद मीडिया के सामने आईं. उन्होंने कहा कि वे किसी भी दबाव में इस्तीफा नहीं दे रही हैं. मंजू वर्मा ने कहा कि उन्हें सीबीआई जांच पर पूरा भरोसा है. मेरे पति निर्दोष है ये बात जांच में साफ हो जाएगा.
मंजू वर्मा ने दी धमकी
मंजू वर्मा ने मानहानि का मुकदमा करने की भी धमकी दी. मंजू वर्मा ने कहा कि जांच रिपोर्ट में उनके पति के निर्दोष साबित होने के बाद वे उस महिला पर मानहानि का मुकदमा करेंगी जिसने उनपर और उनके पति पर मुजफ्फरपुर कांड में शामिल होने का आरोप लगाया है.
कॉल रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए
मंजू वर्मा ने कहा कि जिस कॉल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर उनके पति को दोषी ठहराया गया है उस रिपोर्ट को पब्लिक डोमेन में रखा जाए. साथ ही ब्रजेश ठाकुर का पूरा कॉल डिटेल्स निकाला जाए और ब्रजेश ठाकुर से जिनकी भी बात हुई है उन सभी को दोषी माना जाए. इसी कॉल डिटेल से पता भी चल जायेगा कि किन-किन लोगों से ब्रजेश ठाकुर की बात होती थी.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मुजफ्फरपुर के बालिका सुधार गृह में 34 लड़कियों के साथ रेप का मामला सामने आया था. जिसके बाद से ही मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग उठने लगी। क्योंकि बार-बार मंजू वर्मा के पति चंदेश्वर वर्मा का ब्रजेश ठाकुर के साथ संबंध सामने आ रहे थे. मामले को तूल पकड़ता देख सीएम नीतीश कुमार ने हाईकोर्ट की निगरानी में मामले की सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए. लेकिन मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने कहा कि हां उसकी बात मंजू वर्मा के पति चंदेश्वर वर्मा से होती थी. सूत्र बताते हैं कि ब्रजेश ठाकुर के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री ने मंजू वर्मा से इस्तीफा मांग लिया. जिसके बाद मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा.