आखिर लालू यादव ने क्यों दूसरी बार तोड़नी पड़ी शिव प्रतिज्ञा.. जानिए

0

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी के बाद दूसरी बार अपनी शिव प्रतिज्ञा तोड़ दी है। आखिर लालू यादव को क्यों तोड़ी शिव प्रतिज्ञा ? और लालू ने क्यों ली थी शिव प्रतिज्ञा ? क्या थी लालू यादव की शिव प्रतिज्ञा? ये सब आपको बताएंगे।

लालू यादव खाने पीने के बहुत शौकीन हैं। खाने-पीने में लालू यादव ना शर्माते हैं और ना ही कोई कसर छोड़ते हैं। मछली भात तो लालू यादव को बेहद पसंद है। लेकिन पिछले कुछ दिन से लालू यादव शुद्ध शाकाहारी हो गए थे।

लालू यादव ने कब-कब ली थी शिव प्रतिज्ञा

पहली बार

करीब 21 साल पहले यानि 1997 में  जब लालू यादव चारा घोटाला मामले में रांची की जेल में बंद थे। तो उन्हें भगवान भोलेनाथ ने सपने में दर्शन दिया था। ये बात जेल से रिहा होने के बाद लालू प्रसाद यादव ने मीडिया से कही थी। लालू यादव ने ये कहते हुए सभी को चौंका दिया था कि भगवान भोलेनाथ उनके सपने में आए थे और भोलेनाथ ने उनसे कहा है कि तुम बहुत मोटे हो रहे हो इसलिए मांसाहार का त्याग कर दो। इससे तुम्हारे सारे कष्ट मिट जाएंगे।  इसके बाद लालू यादव ने शिव प्रतिज्ञा ली थी कि वो अब कभी नॉनवेज यानि चिकन,मटन,मछली और अंडा नहीं खाएंगे। उसके बाद करीब 12 साल तक लालू यादव ने मांसाहार की ओर नहीं देखा। लेकिन साल 2009 में जब ममता बनर्जी रेल मंत्री बनीं तो उन्होंने एक पार्टी दी । जिसमें लालू यादव को अपना मछली प्रेम जाग गया और वो रूके नहीं बल्कि रोहू मछली खाने लगे। उसके बाद लालू यादव मांसाहार करने लगे।

दूसरी बार कब ली थी शिव प्रतिज्ञा

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव अपने मदमस्त मिजाज के लिए जाने जाते हैं। उनके करीब बताते हैं कि वो जिंदादिल इंसान हैं। वो हमेशा मस्त रहते हैं। लेकिन साल 2017 में अचानक उनका परिवार एक बार फिर बेनामी संपत्ति और रेलवे घोटाले में फंसने लगा तो वे परेशान हो उठे। करीब 10 साल बाद महागठबंधन के जरिए बिहार में जो सत्ता मिली थी वो भी उनके हाथ से फिसल गई । ऐसे में लालू प्रसाद यादव ने ज्योतिष का सहारा लिया । 9 दिसंबर 2017 को ज्योतिष ने एक बार फिर उन्हें मांसाहार न करने की सलाह दी । यानि करीब साढ़े आठ साल बाद उन्हें फिर से नॉनवेज छोड़ना पड़ा। लेकिन इस बार भगवान शिव के कहने पर नहीं बल्कि ज्योतिष के सलाह पर नॉनवेज से तौबा कर लिया। हालांकि जब मीडिया ने उनसे ये बातें पूछी तो उन्होंने कहा कि डायबटीज की वजह से उन्होंने नॉनवेज खाना छोड़ दिया क्योंकि उससे नुकसान होता था। साथ ही उन्होंने दलील दी कि सभ्य लोग कभी मांसाहार नहीं करते हैं।

लालू यादव के मांसाहार छोड़ने के बाद उनके बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्यमंत्री तेजप्रताप यादव ने भी नॉनवेज खाना छोड़ दिया था। तेजप्रताप यादव ने कहा था कि मांसाहार करने से आदमी गुस्सैल प्रवृति का हो जाता है और वो अपने मन मस्तिषक पर से नियंत्रण खो देता है।

लालू यादव मांस-मछली नहीं खाते हैं । उन्होंने मांस मछली खाना छोड़ दिया है ये बातें सब लोग जानते थे। 12 मई 2018 को लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी हुई। लालू यादव मांसाहार नहीं करते हैं इसलिए शादी में मेहमानों के लिए शाकाहार की व्यवस्था की गई थी। शादी धूमधाम से की गई थी। शाही शादी की चर्चा बिहार ही नहीं पूरे देश में थी। शादी के अगले दिन यानि 13 मई को लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजप्रताप के ससुराल यानि अपनी पार्टी के विधायक और ऐश्वर्या राय के पिता चंद्रिका राय के घर पहुंचे। उनके साथ आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी भी थे। समधियाना में लालू यादव का शानदार स्वागत किया गया। अब बारी खाना खाने की थी।लालू के खाने के टेबल पर  रोहू मछली परोसा गया । लालू यादव ने एक-एक कर 10 पीस रोहू खाया। इस दौरान उनके पुराने मित्र और बिहार की राजनीति के बाबा कहे जाने वाले शिवानंद तिवारी भी साथ देते नजर आए। मामला तब चर्चा में आया जब ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई। कई लोगों ने इसे झूठ बताया। हालांकि जब नालंदा लाइव ने इसकी जांच की तो पता चला कि ये तस्वीर सही है और लालू प्रसाद यादव ने छह महीने के भीतर ही दूसरी बार अपनी शिव प्रतिज्ञा तोड़ दी है ।

कहा जाता है कि खाना और पहनावा लोगों का अपना होता है ऐसे में नहीं कहा जा सकता है कि लालू यादव ने सही किया या गलत ? लेकिन सार्वजनिक जीवन जीने वाले लोगों से ये अपेक्षा रखी जाती है कि अगर वो सार्वजनिक मंच से कुछ कहते हैं तो वे उनका पालन करते होंगे। क्योंकि वो कोई चुनावी घोषणापत्र का हिस्सा नहीं होता है जिसे ये कहकर छोड़ दिया जाता है कि वादे हैं वादों का क्या! अब जनता सोचेगी कि लालू यादव का जनार्दन पर कितना भरोसा है।

Load More Related Articles
Load More By Nalanda Live
Load More In अन्य जिले

Leave a Reply

Check Also

योगी राज में मारा गया एक और माफिया.. कई जिलों में धारा 144 लगाई गई

कहा जाता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफिया के लिए काल हैं.. उनके राज में कोई…