
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले उद्योग मंत्री श्याम रजक ने जेडीयू छोड़ने का एलान किया है। बताया जा रहा है कि वो अपनी उपेक्षा से काफी दिनों से नाराज चल हैं।
रजक की हो सकती है घरवापसी
माना जा रहा है कि श्याम रजक लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी में शामिल हो सकते हैं. यदि वो वापस आरजेडी में जाते हैं तो ये उनकी घर वापसी होगी। श्याम रजक की गिनती कभी लालू यादव के सबसे करीबी नेताओं में थी। श्याम रजक को लालू का खास कहा जाता था और उनके साथ रामकृपाल यादव की जोड़ी लालू के राम-श्याम के रूप में प्रचलित थी। लेकिन बाद में वह नीतीश के करीब आ गए।
2009 में जेडीयू में शामिल हुए थे
श्याम रजक साल 2009 में जेडीयू में शामिल हुए थे। वो 2010 में जेडीयू के कोटे से विधायक बने और मंत्री बने। 2015 में महागठबंधन से विधायक बने थे तो मंत्री पद नहीं मिला। राजद का साथ छोड़ बीजेपी के साथ आने पर रजक को नीतीश ने फिर से मंत्री बनाया।
चुनाव से पहले समीकरण बदलना शुरू
बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ने के साथ कई नए राजनीतिक समीकरण बनते-बिगड़ते नजर आ रहे हैं। नीतीश सरकार की सहयोगी लोजपा के भी तेवर सख्त हैं। लोजपा नेता चिराग पासवान बीते दिनों में लगातार नीतीश पर निशाना साध रहे हैं। चर्चा है कि अगर सीट बंटवारे में उनकी बात न मानी गई तो वह एनडीए छोड़ सकते हैं। इसके साथ ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी अपने पुराने ठिकाने महागठबंधन को छोड़ सकते हैं। चर्चा है कि बहुत जल्द ही वह एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं।