
बाहर से आने वाले प्रवासियों की संख्या और उसकी तुलना में कम मिल रहे पॉजिटिव केस को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने क्वारेंटाइन के नियमों में बदलाव करते हुए नया निर्देश जारी किया है। अब बाहर से आने वाले सभी प्रवासियों को सीधे सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में नहीं भेजा जायेगा।
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नए नियम में क्या है
रेड जोन वाले राज्यों से आने वाले प्रवासियों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा। जबकि औरेंज और ग्रीन जोन से आने वालों को होम क्वारेंटाइन में रहने की सशर्त अनुमति दी जायेगी। होम क्वारेंटाइन के लिए कड़े नियम बनाये गये हैं। अगर नियमों का उल्लंघन किया तो 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया जायेगा।यानि जो लोग सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, दिल्ली, गाजियाबाद,फरीदाबाद,गुरुग्राम,नोएडा, कोलकाता और बेंगलुरु से आएंगे उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. बाकि को होम क्वरांटाइन किया जाएगा
Bihar: Migrants returning to the state from Surat, Ahmedabad, Mumbai, Pune, Delhi, Ghaziabad, Faridabad, Gurugram, Noida, Kolkata & Bangalore to be kept in quarantine camps. People returning from other places to be home quarantined if they don't show #COVID19 symptoms. pic.twitter.com/OCS8IuqxYQ
— ANI (@ANI) May 23, 2020
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होम क्वारेंटाइन वालों पर रखी जायेगी नजर
होम क्वारेंटाइन के लिए भेजे गये लोगों पर आशा, आंगनबाड़ी, जीविका दीदी व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा लगातार नजर रखी जायेगी। देखा जायेगा कि वह घर में रह रहे हैं या नहीं। घरों को सैनिटाइज किया जा रहा है या नहीं। सारी जानकारी प्रतिदिन अपडेट करनी होगी। आवश्यकता पड़ने पर मेडिकल टीम भेजकर हेल्थ चेकअप किया जायेगा। इस संबंध में सदर, अनुमंडलीय और पीएचसी को निर्देश दे दिया गया है। होम क्वारेंटाइन की अवधि 14 दिन की होगी।
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रेड जोन को तीन ग्रुप में बांटा गया
सैंपलिंग के लिए रेड जोन वाले स्टेट को तीन ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप ए में दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र से लौटे प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। जबकि ग्रुप बी में हरियाणा और राजस्थान से लौटे प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। वहीं. ग्रुप सी में अन्य राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को रखा गया है. सभी ग्रुप वाले रेड जोन से सैंपलिंग किया जा रहा है। औसतन ए और बी ग्रुप स्टेट से आने वाले लोगों में ही संक्रमित मिल रहे हैं। अब सी ग्रुप स्टेट से आने वाले प्रवासियों का सैंपल लिया जा रहा है ताकि इसका भी रेशियो पता चल सके।