मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आंबेडकर जयंती पर एससी-एसटी के लिए कई ऐलान किया है । उन्होंने कहा कि पासवान जाति भी महादलित में शामिल होंगी और पासवान जाति को भी महादलितों के लिए जो भी योजनाएं चल रही हैं, उन सभी का फायदा मिलेगा। चाहे वह घर बनाने के लिए जमीन हो, दशरथ मांझी कौशल विकास योजना हो या कोई और योजना। मुख्यमंत्री ने बातें दलित सेना के राष्ट्रीय सम्मेलन में कही
उन्होंने कहा कि हाशिए पर रहे जाति के लोगों को मुख्य धारा में लाने के लिए महादलित में कुछ को शामिल किया गया था। अब पासवान जाति भी इसमें शामिल करने का निर्णय हो चुका है। गौरतलब हो कि एससी की पासवान ही एक जाति थी, जो महादलित से अलग थी। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा किया कि अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण छात्रावासों में रह रहे विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के अलावा अलग से कुछ राशि दी जाएगी। ताकि वे आराम से वहां रह सकें। साथ ही इन्हें बीपीएल की दर पर अनाज भी मिलेगा। सभी एससी-एसटी टोले में सामुदायिक भवन बनेंगे।
चौकीदार-दफादार के आश्रितों को नौकरी
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि चौकीदार-दफादार अगर अपनी सेवा समाप्त होने के कुछ माह पहले लिख कर यह देते हैं कि उनकी जगह उनके किसी आश्रित को नौकरी पर रखा जाय, तो उनके इस आग्रह को सरकार मान लेगी। चौकीदार को तीन हजार की जगह सात हजार और दफादार को आठ हजार सालाना उनके पोशाक के लिए राज्य सरकार देगी।
उन्होंने कहा कि हम वर्गों के लिए काम करते हैं लेकिन कुछ लोग समाज में तनाव और टकराव पैदा करने की कोशिश करते हैं, उनसे बचें। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, सांसद चिराग पासवान आदि मौजूद थे