जेडीयू छात्र के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार के मर्डर मामले में नालंदा पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। नालंदा पुलिस के मुताबिक राकेश कुमार अय्याश था और हवस के लिए कई लड़कियों को शिकार बना चुका था। नालंदा पुलिस के खुलासे के मुताबिक राकेश कुमार इंसान के रुप में भेड़िया था और अय्याशी के चक्कर में ही उसका मर्डर हुआ है। इसके साथ ही नालंदा लाइव की उस खबर पर भी मुहर लग गई, जिसमें हमने बताया था कि राकेश की हत्या अवैध संबंधों के चक्कर में हुई है। हम आपको आगे बताएंगे कि कैसे राकेश के मर्डर की साजिश रची गई? किसकी बेटी, पत्नी और बहू पर राकेश की गंदी नजर थी? ये सब आज नालंदा लाइव आपको बताएगा। लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि नालंदा के पुलिस कप्तान सुधीर कुमार पोरिका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राकेश के हत्याकांड में कई अहम खुलासे किए। एसपी सुधीर कुमार पोरिका के मुताबिक के राकेश की अय्याशियों से परेशान होकर उसके मर्डर का प्लान बनाया गया। इस मामले में 7 आरोपियों में से पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है । जिन पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है । उसमें मनीष कुमार, गोरेलाल, दिवाकर,सोनू और गुड़िया है। जबकि दो मुख्य आरोपी दीपक और उसका भाई रोशन फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है । आपको राकेश के काली करतूतों के बारे में बताएं उससे पहले सभी सात आरोपियों के बारे में जान लीजिए ताकि कहानी समझने में आसानी हो
पहला किरदार- दीपक
दीपक डिहरा गांव का रहने वाला है । उसी के घर में राकेश का मर्डर किया गया। वो हरनौत कोच फैक्ट्री में नौकरी करता है।
दूूसरा किरदार- रौशन
दीपक का अपना भाई है और जेडीयू का स्थानीय नेता भी है। साथ ही राकेश का दोस्त भी है।
तीसरा किरदार- दिवाकर
राकेश का दोस्त है और उसी के गांव खरुआरा का रहने वाला है। दिवाकर और दीपक साढ़ू है
चौथा किरदार- गुड़िया
दिवाकर की पत्नी है और दीपक की जेढ़साली है।
पांचवां किरदारा- मनीष
हरनौत के पटेल नगर का रहने वाला है राकेश का लंगोटिया दोस्त है। मनीष ही राकेश को लेकर डिहरा गांव गया था। मनीष पहले भी मर्डर कर चुका है। मनीष रिश्ते में दीपक और दिवाकर का साढू भी लगता है
छठा किरदार- गोरेलाल
हसनपुर गांव का रहने वाला है। राकेश के अच्छे दोस्तों में सेे एक था। हत्याकांड के वक्त भी वो डिहरा में ही था।
सातवां किरदार- सोनू
सोनू चेरन गांव का रहने वाला है। वो गोरेलाल का दोस्त है। गोरेलाल इसे अपने साथ डिहरा गांव ले गया था। जहां राकेश का मर्डर हुआ था ।
अब पूरा मामला समझिए
नालंदा पुलिस की जांच में ये साबित हुआ कि राकेश कुमार अय्याश था। उसके कई लड़कियों से संबंध था। इसका खुलासा राकेश के कॉल डिटेल से हुआ हत्याकांड के बाद पुलिस ने जब कॉल रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया तो तस्वीर एक साफ होती चली गई। कॉल डिटेल की बातें आपको आगे बताएंगे उससे पहले राकेश की अय्याशी के बारे में बता दें। नालंदा लाइव आपको पहले ही बता चुका है कि राकेश का अवैध संबंध दीपक की पत्नी के साथ था। इसकी पुष्टि पुलिस जांच में भी हुई है ।
दीपक की पत्नी को दो बार भगा चुका था राकेश
दीपक की पत्नी के साथ राकेश का अवैध संबंध था। दीपक की पत्नी दो बार राकेश के साथ भाग भी चुकी थी लेकिन बाद में सामाजिक दबाव में वापस दीपक के पास पहुंचा दिया गया। दीपक की पत्नी अपनी च्मौचासी के साथ रहती है। दीपक की मौसी को कोई संतान नहीं है। ऐसे में दीपक जायदाद के लोभ में अपनी पत्नी को भी नहीं छोड़ पा रहा था। लेकिन राकेश के करतूतों से वो घूटन महसूस कर रहा था।
दीपक के साढू की बेटी पर थी राकेश की नजर
इधर, कुछ दिनों से राकेश की नजर दीपक के साढ़ू दिवाकर की बेटी पर थी। इस बात के बारे में जब दिवाकर को पता चला तो उसने राकेश से एतराज जताया। जिसपर राकेश ने उसकी बेटी को उठा लेने की धमकी दी। जिसके बाद ही दिवाकर और उसकी पत्नी गुड़िया ने राकेश को खत्म करने का प्रण लिया। दिवाकर ने अपने साढ़ू दीपक को फोन कर सारी बात बताई। जिसका खुलासा कॉल डिटेल से हुआ है । दिवाकर के कहने पर दीपक ने कहा कि हम भी परेशान हैं अब इसका खेल खत्म करना होगा ।
मनीष ने साजिश को अंजाम दिया
दिवाकर ने दीपक को फोन करने के बाद राकेश के दोस्त और अपने एक और साढू मनीष को फोन किया। दिवाकर ने अपनी बेटी की बात मनीष को बताई । दिवाकर की बात सुनकर मनीष को भी गुस्सा आ गया। वो सीधे राकेश के घर पहुंचा। राकेश बैंक से लौटकर घर पहुंचा ही था कि मनीष ने उसे डिहरा चलने को कहा। जिसके बाद राकेश और मनीष डिहरा दीपक के घर पहुंचे। उधर, दिवाकर भी अपनी पत्नी गुड़िया के साथ डिहरा गांव पहुंचा। मनीष ने गोरेलाल को भी डिहरा गांव बुला लिया था। गोरेलाल अपने दोस्त सोनूू के साथ डिहरा गांव पहुंचा। राकेश को देखते ही गुड़िया का गुस्सा फूट पड़ा ।गुड़िया राकेश के साथ गाली गलौच करने लगी। जिसमें बाकियों ने बीच बचाव किया और मामला शांत हो गया ।
मर्डर से पहले पार्टी
पुलिस के मुताबिक के गुड़िया और राकेश के बीच तू-तू मैं-मैं के बाद सब लोगों ने मिलकर पार्टी की। सब एक साथ खाना खाए और सब ने शराब पी ली। इसी दौरान दीपक ने राकेश पर हमला बोल दिया। दीपक ने राकेश के सर पर पत्थर से हमला कर दिया। सिर पर पत्थर लगते ही राकेश चौकी से नीचेे गिर गया। जिसके बाद बाकी लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की और चाकू से उसका गला काट दिया गया।
हत्या के बाद सिर कुचला गया
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि राकेश की हत्या के बाद दीपक ने राकेश के सिर को पूरी तरह से कूचल दिया। उसके बाद राकेश के शव को पचौ़ड़ा खंधा में गाड दिया जबकि उसकी बाइक को गरभूचक गांव के तालाब में फेंक दिया।
बचने के लिए आरोपियों ने क्या किया
राकेश के मर्डर के बाद सब आरोपी अपने अपने काम में मशगूल हो गए ताकि किसी कोई कुछ पता न चले । साथ ही किसी को कोई शक न हो। साथ ही सब आरोपी राकेश के परिजनों से घुल मिलकर उसके अपहरण के बारे में बात करने लगे
कैसे हुआ खुलासा
राकेश के अपहण के कल होकर पुलिस ने दीपक को कुछ घंटों के लिए हिरासत में लिया था।लेकिन राकेश के परिजनों का उसपर शक नहीं होने की वजह से छोड़ दिया। उसकेे बाद दीपक अपने घर पहुंचा और उस कमरे की रंगाई पुताई की। उधर पुलिस राकेश की तलाश में भटकती रही। पुलिस को राकेश का मोबाइल मिलने के बाद इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझने लगी। पुलिस ने राकेश का कॉल डिटेल खंगाला तो राकेश और दीपक की पत्नी के बीच घंटों बात का डिटेल मिला । कॉल रिकॉर्ड में दोनों के बीच सेक्स को लेकर बातचीत हुई थी। इसके बाद पुलिस ने दीपक के कॉल रिकॉर्ड को खंगालना शुरू किया । तो दीपक और दिवाकर के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मिली। जिसके बाद पुलिस को हत्यारों तक पहुंचने में मदद मिली।
राकेश की बाइक बरामद
राकेश का शव पचौड़ा के खंधे(अलीपुर गांव) से बरामद हुआ । कुत्ते राकेश के शव को नोच रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर इसकी शिनाख्त की। उधर, गरभूचक गांव के तालाब में मछली मारने के दौरान गांववालों को जाल में बाइक फंस गया। गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने बाइक की पहचान कर ली।
आरोपियों की गिरफ्तारी
कॉल डिटेल्स के आधाप पर पुलिस ने मनीष और दिवाकर को कोलकाता से गिरफ्तार किया। जबकि बाकी तीन आरोपियों की गिरफ्तार हरनौत में अलग-अलग जगहों से की गई।
इस तरह नालंदा लाइव की एक और खबर सही निकली।