नवादा जिलावासी इन दिनों रसोई गैस की किल्लत से परेशान है. जिले के वारिसलीगंज और कौआकोल प्रखंड में पिछले एक महीने से लोग रसोई गैस की किल्लत से जूझ रहे हैं । जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
वारिसलीगंज में लगी रहती है लंबी लाइन
लगभग एक माह से गैस की किल्लत झेल रहे वारिसलीगंज के उपभोक्ताओं को गैस गाड़ी आने का इंतजार रहता है। गैस सिलिडर भरा ट्रक पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में उपभोक्ता खाली गैस सिलेंडर लिए एजेंसी के पास लाइन में खड़े हो जाते हैं। गैस वितरित कर रहे गैस एजेंसी के कर्मचारियों के अनुसार पहले एक महीना में लगभग 30 से 32 गाड़ी गैस वारिसलीगंज पहुंच जाती थी। जिससे क्षेत्र के लगभग 25 हजार से अधिक उपभोक्ताओं की जरूरत पूरी हो जा रही थी। लेकिन अभी महज 3 गाड़ी इंडेन गैस का सिलेंडर भरा वाहन वारिसलीगंज पहुंच सका है। गैस किल्लत के बारे में पूछे जाने पर एजेंसी संचालक प्रवीण कुमार बताते हैं कि कंपनी के द्वारा लगभग एक माह से आधी गैस आपूर्ति की जा रही है। बताया गया कि डीडी जमा रहने के बावजूद गैस कंपनी जरूरत के अनुसार सिलेंडर नहीं दे रही है। जिस कारण आम लोगों को गैस लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि गैस की किल्लत होने के बाद अवैध कारोबारी मोटी कमाई में जुट जाते हैं। इस कारण उपभोक्ताओं को एजेंसी में बुलाकर ही गैस उपलब्ध कराई जा रही है।
कौआकोल में भी लंबी कतार
कौआकोल प्रखंड में भी एक माह से रसोई गैस की समस्या से उपभोक्ता जूझ रहे हैं। रसोई गैस नहीं मिलने के कारण उपभोक्ताओं के घरों में चूल्हे तक जलना मुश्किल हो रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि रसोई गैस के लिए काफी दिनों पूर्व नम्बर लगाने के बावजूद भी सिलेंडर के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं की मानें तो एजेंसी के गोदाम एवं कार्यालय के पास दिन दिन भर लाइन में लगे रहने के बावजूद गैस उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। जिसके कारण बाजार में भी अनावश्यक जाम लगा रहता है। हालांकि गैस एजेंसी के संचालक सतीश कुमार का कहना है कि पहले बुकिंग करने के एक सप्ताह के अंदर ही होम डिलीवरी करा दिया जाता था। लेकिन विगत एक माह से प्लांट से ही गैस की आपूर्ति कम होने के कारण लोगों को समस्या हो रही है। उन्होंने बताया कि उनके पास लगभग 18000 गैस उपभोक्ता का कनेक्शन है। परन्तु अभी तक महज 4200 गैस सिलेंडर ही उपलब्ध कराया जा सका है। जिसे उपभोक्ताओं के बीच नियमानुसार वितरण किया जा रहा है।