नालंदा जिला का राजगीर थाना पूरे बिहार राज्य का नंबर वन थाना गया है। राजगीर थाना ने पटना जिले के मोकामा और धनरुआ थाने को पछाड़कर नंबर वन का ताज हासिल किया है । ये उपलब्धि त्वरित केस के निपटारे और आपसी समझौते से विवादों के समाधान किए जाने के कारण हासिल हुआ है ।
क्या है पूरा मामला
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से तीन बेहतर थानों की लिस्ट मांगी थी. जिसमें बिहार से तीन थानों के नाम भेजे गए थे उसमें पटना जिले का मोकामा थाना,धनरुआ थाना और राजगीर थाना का नाम भेजा गया था।
किन-किन मापदंडों पर हुआ सर्वे
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी थानों पर सर्वे कराया जिसमें संपत्ति विवाद, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध और कमजोर वर्ग के खिलाफ होने वाले अपराध के साथ साथ थाने में केस दर्ज होने की संख्या,दर्ज मामले में आरोप पत्र दायर करने और साठ दिनों से कम समय में आरोप पत्र दायर करने के मामलों में देशभर के थानों का सर्वे कराया था.
राजगीर थाने की स्थिति देखिए
राजगीर थाने में जनवरी 2019 से 7 दिसंबर 2019 तक कुल 449 मामले दर्ज किए गए
जनवरी 2019 से 7 दिसंबर तक 392 मामलों का निष्पादन किया गया, जिसमें कुछ मामले पहले के हैं
महिला के विरुद्ध होने वाली आपराधिक घटनाओं की संख्या 25 है जिसमें सभी 25 का निष्पादन किया जा चुका है
क्राइम अगेंस्ट वीकर सेक्शन के तहत कुल चार मामले दर्ज किए गए जिसमें सभी का निष्पादन किया जा चुका है ।
देश के बेस्ट थानों की पूरी लिस्ट देखने के लिए क्लिक कीजिए—BestPoliceStation_06122019
टॉप टेन में बिहार का कोई थाना नहीं
राजगीर थाना भले ही बिहार में नंबर वन थाना बन गया है । लेकिन देश के टॉप टेन थाना में एक भी थाना बिहार का नहीं है । देश के टॉप टेन थाना में पहले पायदान पर अंडमान निकोबार का अबेरद्दीन थाना है. जबकि दूसरे नंबर पर गुजरात का बालासिनोर और तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश का अर्जक बुरहानपुर थाना है । यानि बिहार पुलिस को अपनी कार्यशैली सुधारने में अभी बहुत प्रयास किए जाने की जरूरत है