बिहारशरीफ नगर निगम ने सफाईकर्मचारियों को तोहफा दिया है । नए वित्तीय वर्ष यानी एक अप्रैल से सफाईकर्मियों को नगर निगम ने वेतन बढ़ाने का फैसला लिया है। कुशल सफाईकर्मियों और मजदूरों को अब प्रतिदिन 275 की जगह 311 रुपए का भुगतान किया जाएगा। निगम सभागार में बोर्ड की बैठक में मेयर वीणा कुमारी ने इसपर अपनी मुहर लगा दी है। करीब साढ़े छह सौ सफाईकर्मी बोर्ड के इस फैसले से लाभान्वित होंगे।
बोर्ड की बैठक में मौजूद विधान पार्षद रीना यादव ने कहा कि विकास के मामले में बिहारशरीफ काफी आगे चल रहा है। स्वच्छता मिशन से लेकर सिवरेज, ड्रेनेज, पेयजल योजना में काफी काम हुआ है। लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। वहीं मेयर वीणा कुमारी ने कहा कि निगम अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रहा है। साथ ही यह भी कोशिश है कि लोगों की जेब पर बोझ कम से कम पड़े। नगर आयुक्त सौरव जोरवाल ने कहा कि एक अप्रैल से शहर में नए कारगिल बस स्टैंड चालू हो जाएगा। साथ ही रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती भी हो चुकी है। इससे निगम के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। बैठक में नीरज कुमार, नारायण यादव, संजय वर्मा, प्रद्युमन कुमार, रीना महतो, प्रमोद कुमार, अमरेश, शैलेंद्र कुमार व अन्य मौजूद थे।
अशोक भवन के मुद्दे पर सामने-सामने हुए वार्ड पार्षद : –
निगम बोर्ड की बैठक के दौरान कई वार्ड पार्षद उस समय आमने सामने आ गए, जब सम्राट अशोक भवन निर्माण का मुद्दा बोर्ड की पटल पर आया। सम्राट अशोक भवन के लिए सोहडीह में जगह चिह्नित की गयी है। 67 लाख 63 हजार रुपए से इसका निर्माण कराया जाना है। कुछ वार्ड पार्षदों को कहना था कि सम्राट अशोक भवन शहर के बीचोंबीच कहीं बनना चाहिए। सोहडीह शहर का एक किनारा हो जाता है। इससे इसकी उपयोगिता खत्म हो जाएगी। जबकि कुछ पार्षदों का कहना था कि शहर में खुली जमीन नहीं होने की वजह से ये जगह चिह्नित की गयी है। इस मुद्दे पर काफी देर तक वार्ड पार्षदों में तू-तू, मैं-मैं होती रही। नगर आयुक्त ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि जगह चिह्नित हो चुकी है। टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में जगह बदलना मुश्किल है। फिर भी अगर बोर्ड इस संबंध में फेर-बदल करना चाहता है तो लिखकर दी जाय। इसकी जानकारी नगर विकास विभाग को दी जाएगी। वहां से अनुमति मिलने पर आगे कार्रवाई होगी।
साढ़े चार करोड़ प्रति वर्ष वेतन पर खर्च:-
नगर निगम अपने कर्मियों के वेतन मद में प्रतिवर्ष लगभग करीब साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च करता है। निगम दो स्तर पर राजस्व प्राप्त करता है। एक तो सरकार सीधा निगम को पैसे देती है। लेकिन उसके साथ ही सरकार की शर्तें भी लागू होती हैं। उसकी गाइडलाइन के मुताबिक ही राशि खर्च की जाती है। जबकि दूसरे स्तर पर निगम सीधे विभिन्न माध्यमों से राजस्व वसूल करता है। इस पैसे को निगम बोर्ड अपनी जरूरतों के हिसाब से खर्च कर सकता है।
23 करोड़ विकास मद पर होंगे खर्च:-
चौदहवें वित्त की पौने तीन करोड़ रुपए, पांचवीं वित्त की नौ करोड़ रुपए समेत विभिन्न मदों से प्राप्त लगभग 23 करोड़ रुपए निगम अपने स्तर से शहर के विकास पर खर्च करेगा। ये सभी राशि विकास मद पर खर्च होनी है।
दो करोड़ से चकाचक होंगी शहर की गली-नाली:-
गली-नली के पक्कीकरण पर और दो करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। टेंडर की प्रक्रिया जारी कर दी गयी है। गली नली पक्कीकरण योजना में बिहारशरीफ काफी आगे चल रहा है। दो करोड़ रुपए मिल जाने से इस योजना में तेजी आएगी। नागरिक सुविधाएं बढ़ेंगी। 20 वाटर स्टैंड पोस्ट भी बनाया जाएगा। इसे स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। वार्ड पार्षदों ने ध्वनिमत से सभी वार्डों में वाटर स्टैंड पोस्ट की मांग की। इसे भी बोर्ड में मंजूरी मिली। नगर आयुक्त ने कहा कि बोर्ड के मुताबिक ही सभी काम होंगे।
वार्ड पार्षद जाएंग प्रशिक्षण के लिए हाईटेक सिटी :-
नवनिर्वाचित वार्ड पार्षद प्रशिक्षण के लिए चेन्नई या बेंगलुरु हाईटेक सिटी जाएंगे। नगर आयुक्त ने बताया कि हाईटेक शहरों की व्यवस्था व वहां के क्रियाकलाप को देखने के बाद बिहारशरीफ शहर को और बेहतर तरीके से विकसित करने के विकल्प खुलेंगे। इसके लिए वार्ड पार्षदों को बाहर भेजा जाएगा। उनके जाने की तिथि बाद में तय की जाएगी।
रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती 67.39 लाख में
काफी हो-हंगामे के बाद शनिवार को शहर के रामचंद्रपुर बस स्टैंड की बंदोबस्ती आखिरकार 67 लाख 39 हजार रुपए में हो गयी। अब एक अप्रैल से नए टैरिफ से बस, जीप व अन्य वाहनों से टैक्स वसूले जाएंगे। नगर आयुक्त सौरव जोरवाल ने बताया कि पिछले दो बार दफा संवेदकों ने बोली में भाग नहीं लिया था। इसके बाद शनिवार को अंतिम बोली लगायी गयी थी। इसमें दो संवेदक पहुंचे। 67 लाख 26 हजार से बोली शुरू हुई। चौथे राउंड में 67 लाख 39 हजार की बोली बारादरी के मुकेश कुमार ने लगायी। इससे आगे की बोली दूसरे संवेदक रंजीत कुमार ने नहीं लगायी। इसके बाद बस स्टैंड की बंदोबस्ती मुकेश के नाम कर दी गयी।
दो लाख पांच हजार में पोल होर्डिंग की बंदोबस्ती :-
शहर के विभिन्न सड़कों व गलियों में लगभग साढे़ चार हजार पोल हैं। इनपर होर्डिंग व बैनर लगाने के लिए भी बंदोबस्ती की गयी। इसकी बंदोबस्ती दो लाख पांच हजार रुपए में प्रकाश लाल के नाम रही।