नालंदा जिला के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में उस वक्त कोहराम में मच गया. जब तीन बच्चियों की मौत की खबर मिली. मृतक तीन बच्चियों में से दो चचेरी बहन है जबकि एक बच्ची अपने ननिहाल में आई हुई थी. मरने वाली तीनों बच्चियों की उम्र 6 और 7 साल है.
घरवालों को भनक तक नहीं लगी
तीनों बच्चियां ज्योति,सुप्रिया और राधा शनिवार को अपने घर के पास खेल रही थी. लेकिन बच्चियों पर किसी का ध्यान नहीं गया. कई घंटे बाद जब बच्चियों पर घरवालों की नजर नहीं पड़ी तो खोज खबर शुरू हुई. घरवाले पहले एक घर से दूसरे घर बच्चियों को ढूढने लगे. जब तीनों बच्चियां किसी के घर में नहीं मिली तो गांव में अफरातफरी का माहौल बन गया. किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था तीनों बच्चियां आखिर गई कहां ? कोई खेत खलिहान में ढूंढ रहा था तो कोई इधर उधर भाग रहा था.
काफी खोजबीन के बाद मिली लाश
आखिरकार गांववालों को डूबने का अंदेशा हुआ. जब बच्चियों की खोजबीन पानी भरे गड्ढ़े में की जाने लगी। उसी दौरान तीनों की लाश मिली। ग्रामीण आशंका जता रहे हैं कि खेलने के दौरान बच्चियां पानी भरे गड्ढ़े में डूब गईं। मामला इस्लामपुर थाना के पिताम्बरपुर गांव की है.
गांव में मचा कोहराम
तीन बच्चियों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में परिवार की चीख-पुकार गूंज रही है। 6 साल की बेटी ज्योति कुमारी और 6 साल की सुप्रिया कुमारी आपस में चचेरी बहन है तो वहीं 7 साल की राधा कुमारी गया जिला के बोधगया थाना क्षेत्र के मनकोरी की रहने वाली है वो होली मे अपने नाना के घर आई थी. निवासी राहुल पासवान की 7 वर्षीया पुत्री राधा कुमारी है।
प्रशासन ने मुआवजे का भरोसा दिया
इस्लामपुर के सीओ नलिन पुष्कर राज और थानाध्यक्ष शरद कुमार रंजन ने गांव पहुंचकर परिजनों को मुआवजे भरोसा दिया. ज्योति और राधा माता-पिता की इकलौती बेटियां थी। ज्योति को दो और राधा को एक भाई है। वहीं, सुप्रिया को एक बहन और एक भाई है।तीनों बच्चियों के पिता मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे थे।