बिहार इंटरमीडिएट में आर्ट्स की टॉपर बनी साक्षी के बारे में जानिए

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) ने इंटरमीडिएट परीक्षा (Intermediate examination) का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस बार भी बेटियों ने बाजी मारी है.

साक्षी बनी ऑर्ट्स की टॉपर
इस बार बेतिया की रहने वाली साक्षी आर्ट्स की टॉपर बनी हैं. साक्षी को 500 में कुल 474 नंबर मिले हैं. साक्षी योगापट्टी प्रखंड के हथिया मच्छरगांवा गांव की रहने वाली है. साक्षी के पिता चंद्रभूषण प्रसाद किराना का कारोबार करते हैं, जबकि मां सीमा देवी गृहिणी हैं.

15 किमी साइकिल से जाती थी कॉलेज
रामरूप गोस्वामी कॉलेज बेतिया की छात्रा साक्षी घर से 15 किमी दूर कॉलेज साइकिल से जाती थी. साक्षी अपनी सफलता का श्रेय सेल्फ स्टडी के साथ ही घरेलू टीचर अवधेश शर्मा को देती है, क्योंकि उन्होंने काफी सपोर्ट किया और बेहतर से बेहतर करने की प्रेरणा दी.

कठिन विषयों का किया था चयन
पिता चंद्रभूषण प्रसाद बताते हैं कि साक्षी ने आर्टस में भी कठिन माने जाने वाले अर्थशास्त्र, भूगोल और इतिहास विषयों का चयन किया था. अंग्रेजी 150 और हिंदी 50 नंबर का उसने चुना था. इन कठिन विषयों के साथ भी प्रदेश में टॉपर बनना बहुत सुखद अहसास दे रहा है.

सेल्फ स्टडी को बताया सफलता का मंत्र
साक्षी ने बताया कि उसने सिलेबस को फॉलो किया और सेल्फ स्टडी पर लगातार ध्यान दिया. साक्षी ने बताया कि एनसीईआरटी की किताबों को जमकर पढ़ा और पहले कंसेप्ट क्लीयर किया. इसके बाद स्वाध्याय पर जोर दिया. वह बताती है कि फिर भी पिता और माता के मोरल सपोर्ट के बगैर यह नामुमकिन था.

कोरोना वायरस को लेकर दी सलाह
साक्षी से छोटी एक बहन मिताली है और एक भाई मोहित है. ये दोनों आठवीं में पढ़ते हैं. साक्षी बताती हैं कि वह आगे चलकर एक आईएएस अफसर बनाना चाहती है और देश सेवा में अपना योगदान देना चाहती है. वह जाते-जाते कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोगों को घर में ही रहने की सलाह देती है.

बोर्ड ने फोन से किया वेरिफिकेशन
साक्षी ने यह भी जानकारी दी कि उसे वेरिफिकेशन के लिए पटना जाना था, लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बोर्ड ने फोन से ही उसका वेरिफिकेशन किया. उसने बताया कि बोर्ड के अधिकारियों ने वीडियो कॉल के जरिए कुछ प्रश्न पूछे और हैंड राइटिंग की जांच की. बता दें कि बिहार बोर्ड ने महज 43 दिनों में इंटरमीडिए का रिजल्ट जारी कर रिकॉर्ड बनाया है.

आर्ट्स में 81.44 प्रतिशत विद्यार्थी सफल
कला संकाय में कुल 6,28,363 विद्यार्थी शामिल हुए थे. इनमें कुल 2,53,199 छात्र और 3,75,164 छात्राएं शामिल थे. कला संकाय में 1,75,017 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में, 2,86,454 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी तथा 50,113 विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं. इस प्रकार कला संकाय में 81.44 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए हैं.

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