बिहार में सिपाही भर्ती (Police Recruitment) के लिए हुई लिखित परीक्षा (Written Exam) के परिणाम (Results) में धांधली का आरोप लग रहा है. इसे लेकर सोशल मीडिया में एक आंसर शीट वायरल हो रहा है.
अभ्यर्थियों के आरोप
अभ्यर्थियों का आरोप है कि 12 जनवरी 2020 को सगुना मोड़ स्थित एक परीक्षा केंद्र पर दोनों पालियों में 24 परीक्षार्थी शामिल हुए, उसमें से प्रथम पाली में मात्र 26 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए, जबकि दूसरी पाली में लगभग 3 गुना यानी 71 परीक्षार्थी सफल घोषित हुए हैं. अभ्यर्थियों की मांग है कि 11 हज़ार 880 पदों के लिए जो परीक्षाफल प्रकाशित किया गया है, उसे तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए.
केंद्रीय चयन पर्षद की सफाई
सिपाही बहाली के लिखित परीक्षा का परिणाम आने के बाद सोशल मीडिया पर चल रही धांधली की बातों को केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने खारिज कर दिया है। चयन पर्षद के मुताबिक, परीक्षा में शामिल एक अभ्यर्थी की ओएमआर शीट को छेड़छाड़ कर वायरल किया गया है। उसी आधार पर धांधली की अफवाह फैलाई जा रही है। पर्षद ने जांच में पाया गया कि यह पूरी तरह तथ्यहीन है। निहित स्वार्थी तत्व गलत प्रचार कर अभ्यर्थियों के बीच असंतोष फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पर्षद के मुताबिक ओएमआर शीट अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी का है जिसने परीक्षा में 80 से अधिक अंक प्राप्त किया है। पर्षद का कहना है कि परीक्षाफल में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। स्वार्थी तत्वों द्वारा जान बूझकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि इन अफवाहों पर ध्यान ना दें।