मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट उनके ही गृह जिले में धाराशायी हो गया. भ्रष्टाचार की टैंक पहली पानी को ही नहीं झेल पाया और उद्घाटन के मौके पर ही ध्वस्त हो गया
क्या है पूरा मामला
मामला नालंदा जिला के हरनौत प्रखंड की चेरन पंचायत के मुढ़ारी गांव की है। जहां सात निश्चय योजना के तहत नल जल योजना के तहत मुढ़ारी गांव स्थित 10 नंबर वार्ड में पानी टंकी बनायी गयी थी। गांव के घरों में पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन का कार्य पूरा कर लिया गया था। उसके बाद घरों में पानी पहुंचाने के लिए टंकी में पानी भरा गया तो लोड नहीं सह पाया। देखते ही देखते नल जल की टंकी भरभराकर धराशाई हो गई। ग्रामीणों को पहले से भी आशंका थी कि टंकी बनाने में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है। टंकी धराशाई होने का ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
गांव वालों का आरोप
गांव वालों का आरोप है कि नल-जल के कार्यों में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है। इसके कारण टंकी में पानी भरने के पहले ही दिन ध्वस्त हो गई। निर्माण कार्य के दौरान विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं। इसके चलते सरकारी राजस्व का चूना लग रहा है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कर गड़बड़ी करने वाले दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इसी तरह अन्य वार्डो में सात निश्चय योजना के तहत नल जल के अलावा नली गली योजना में अनियमितता बरती गई है। टंकी धराशाई होने के कारण घरों में नल का पानी फिलहाल नहीं पहुंच पाएगा।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
नालंदा के डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि पानी भरने के पहले ही दिन वाटर टैंक का भरभराकर धराशाई हो जाना गंभीर मामला है। निश्चय ही कार्यों में गुणवत्ता का ख्याल नहीं खरा गया होगा। मामले की उच्चस्तरीय जांच करायी जाएगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।