राम मंदिर के लिए बन रहा है ऐसा घंटा.. जिसके बारे में जानकर हैरान रह जाएंगे आप

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अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की चर्चा पूरी दुनिया में है. राम मंदिर की भव्यता से लेकर हर चीज का खासा ख्याल रखा जा रहा है. अब राम मंदिर में लगने वाले घंटा को लेकर काफी चर्चा है. क्योंकि कहा जा रहा है कि इस घंटा की आवाज 15 किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है । खास बात ये है कि इसे हिंदू और मुस्लिम दोनों कारीगर मिलकर बना रहे हैं.

कहां बन रहा है राममंदिर का घंटा
राम मंदिर के लिए 2.1 टन यानि 2100 किलोग्राम का वजनी घंटा बन रहा है. इसका निर्माण उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जालेसर कस्बे में हिंदू और मुस्लिम कारीगर मिलकर बना रहे हैं. कारीगरों का दावा है कि इस घंटे की आवाज 15 किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है।

इकबाल ने किया है डिजाइन
इस भारी भरकम घंटा का डिजाइन 56 साल के इकबाल मिस्त्री ने किया है. इकबाल मिस्त्री के पास इसकी डिजाइनिंग, ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग का जिम्मा है।जबकि 50 साल के दाऊ दयाल के पास इसे बनाने की जिम्मेदारी है.

अष्टधातु से बन रहा है घंटा
ये घंटा अष्टधातु से बनाया जा रहा है . जिसमें सोना, चांदी, कॉपर, जिंक, लेड, टिन, और मरकरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। 25 लोगों की टीम करीब एक महीने से शायद देश के सबसे बड़े घंटों में से एक को बनाने में जुटे हैं। टीम में हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म के लोग शामिल हैं।

मित्तल बंधु दान करेंगे घंटा
इस घंटा को बनाने में 21 लाख रुपए का खर्च आएगा. जिसके खर्च का वहन मित्तल बंधु ही करेंगे. यानि जिस कारखाने में ये घंटा बन रहा है उसके मालिक ही इसे मंदिर को दान करेंगे. इससे पहले मित्तल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 51 किलो का घंटा भेंट किया था, जब वो जनसभा के लिए पहली बार एटा आए थे।

निर्मोही अखाड़े ने दिया था ऑर्डर
मित्तल को निर्मोही अखाड़े की ओर से इसे बनाने का ऑर्डर दिया गया था। अखाड़े की ओर से पिछले साल नवंबर में आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद इसका ऑर्डर दिया गया था।

केदारनाथ और महाकालेश्वर के लिए भी बना चुके हैं
इससे पहले दयाल उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर के लिए भी 101 किलो का घंटा बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह अब तक का सबसे बड़ा और भारी घंटा है, जिस पर हम काम कर रहे हैं। हम उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के लिए भी 1000 किलो का घंटा बना चुके हैं. दावा है कि जालेसर की मिट्‌टी में बने घंटे की आवाज अन्य से बेहतर होती है। राम मंदिर के लिए बनाए जा रहे घंटे की आवाज 15 किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है।

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