राजधानी पटना की तस्वीर बदलने वाली है. क्योंकि ग्रेटर पटना का खाका लगभग तैयार हो गया है. 2600 एकड़ जमीन पर ग्रेटर पटना बसाया जाएगा. कहा जा रहा है कि करीब तीन साल बाद राजधानी पटना की तस्वीर बिल्कुल जुदा होगी.
करीब 600 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा
ग्रेटर पटना करीब 600 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा. इसके लिए पटना जिला के 7 प्रखंडों के 2600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. जिससे करीब 500 गांव लाभान्वित होंगे. साथ ही करीब 17 लाख लोगों को विशेष लाभ होगा।
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कहां- कहां से कहां तक फैला होगा
ग्रेटर पटना में सबसे अधिक इलाका मनेर प्रखंड का होगा। इस प्रखंड की 480 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना के हिस्से में जाएगी, जिसमें 49 गांव सम्मिलित होंगे।दूसरे नंबर पर बिहटा प्रखंड होगा, जिसकी 477 एकड़ भूमि इस क्षेत्र में आएगी। इस प्रखंड के 100 गांव इससे लाभान्वित होंगे। तीसरे नंबर पर नौबतपुर की 430 एकड़, बिक्रम की 362 एकड़, दानापुर की 360 एकड़, फुलवारीशरीफ की 291 एकड़ और संपतचक की 198 एकड़ भूमि ग्रेटर पटना में शामिल होगी।
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भविष्य में किधर विस्तार होगा
ग्रेटर पटना का भविष्य में फतुहा, दुल्हिन बाजार, पालीगंज तक करने की कार्य योजना है लेकिन यह दूसरे चरण में होगा। वैसे तो ग्रेटर पटना में बिहटा, नौबतपुर, शिवाला, नेउरा, सदिसोपुर के अलावा कन्हौली एक ऐसा प्वाइंट होगा, जो भविष्य में सबसे अधिक विकसित होने की उम्मीद है। क्योंकि यह पटना के रिंग रोड के बीच का हिस्सा होगा।
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20 मिनट में दानापुर से बिहटा
ग्रेटर पटना का सबसे महत्वपूर्ण परियोजना दानापुर से बिहटा तक एलिवेटेड रोड का निर्माण है। इस सड़क का डीपीआर लगभग तैयार हो गया है। जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा। अधिकारियों का कहना है कि अगले 4 सालों में इस सड़क को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एलिवेटेड रोड हो जाने से दानापुर से बिहटा तक का सफर महज 20 मिनट में तय किया जा सकेगा।
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रिंग रोड की महत्वपूर्ण परियोजना
पटना रिंग रोड का एक हिस्सा लगभग बनकर तैयार हो गया है। दूसरे हिस्सा का लेआउट तैयार करने का काम शुरू हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि दनियावां से कन्हौली तक तथा कन्हौली से शेरपुर होते हुए दनियावां तक सड़क रिंग रोड के रूप में होगी। इससे पटना शहर के दोनों हिस्से से वाहन निकल सकते हैं। कन्हौली से उत्तर दिशा में दिघवारा, जहां नया पुल बनाया जा रहा है। दिघवारा से पूरब होते हुए सड़क संबलपुर चली जाएगी। फिर संबलपुर से दनियावां में सड़क मिल जाएगी। इस प्रकार रिंग रोड बनने से भारी वाहनों को कन्हौली से दोनों तरफ से वाहनों को निकलने का रास्ता मिल जाएगा।
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एयरपोर्ट से बढ़ेंगी गतिविधियां
बिहटा में बन रहे एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि अगले 3 साल के अंदर एयरपोर्ट और आसपास के इलाके को पूरी तरह से विकसित कर लिया जाएगा।
ग्रेटर पटना बनने से क्या होगा फायदा?
राजधानी सहित आसपास के इलाकों में शहरीकरण की गति तेज होगी। नए शहर बनेंगे तो वहां पर लोगों को कम दाम में घर मिल सकेंगे। साथ ही राजधानी के आसपास के इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में तेजी आएगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। लोकल ट्रेन या मेट्रो प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम शुरू होगा। साथ ही राजधानी पर लोगों का दबाव घटेगा. अभी राजधानी के 75 वार्डों पर 21 लाख लोगों का दबाव है। यह संख्या आने वाले समय में बढ़ेगी। अगल-बगल के क्षेत्र भी गांव से शहर में बदलेंगे तो राजधानी पर दबाव कम होगा।