नालंदा के रविकांत का सीओ और अमित का जिला प्रोबेशन ऑफिसर पर BPSC में चयन

0

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 64वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा में नालंदा के दो और छात्रों ने सफलता हासिल की है । नालंदा जिला के रहने वाले रविकांत कुमार का चयन जहां सीओ यानि राजस्व अधिकारी के तौर पर हुआ है तो वहीं अमित का चयन जिला प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद पर हुआ है ।

अमित को तीसरे प्रयास में सफलता
नालंदा जिला के चंडी थाना क्षेत्र के गोनकुरा गांव के रहने वाले अमित कुमार ने बीपीएससी में सफलता हासिल की है । अमित कुमार ने तीसरे प्रयास में ये मुकाम हासिल किया है । अमित कुमार को 95वें स्थान हासिल हुआ है । उनका चयन जिला प्रोबेशन ऑफिसर के पद पर हुआ है । अमित कुमार के पिता का नाम प्रमोद कुमार सिंह है। अमित ने नौवीं तक की पढ़ाई तुलसीगढ़ हाई स्कूल की है । इसके बाद पटना मारवाड़ी हाईस्कूल से मैट्रिक और पटना के ही गुरु गोविंद सिंह कॉलेज इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। इसके बाद साल 2006 में वाणिज्य कॉलेज पटना से स्नातक किया। फिलहाल वे एजी ऑफिस में डिविजनल एकाउंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।

इसे भी पढ़िए-BPSC में दो दोस्तों की सफलता की कहानी.. साथ-साथ पढ़ाई की.. साथ-साथ सफलता पाई

रविकांत ने भी लहराया परचम
चंडी के ही गोनकुरा गांव के रविकांत कुमार ने भी सफलता हासिल की है। रविकांत कुमार का चयन सीओ यानि राजस्व अधिकारी के रूप में हुआ है। रविकांत ने दूसरे प्रयास में ये सफलता हासिल की है। रविकांत को बीपीएससी में 250वां स्थान हासिल हुआ है । रविकांत गोनकुरा गांव के उदय सिंह के पुत्र हैं। रविकांत ने प्रारंभिक पढ़ाई चंडी में करने के बाद पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स इंटरमीडिएट किया। उसके बाद 2015 में बिड़ला संस्थान नैनीताल से इलेक्ट्रिकल एंड कम्युनिकेशन में बीटेक किया। उसके बाद यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए। जहां रहकर ये तैयारी कर रहे थे । रविकांत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई अभय सिंह को दिया है । उन्होंने कहा कि वे मेरे सदैव प्रेरणा बने रहे और हौसलाआफजाई करते रहते थे।

इसे भी पढ़िए-BPSC में अमन का चयन.. बचनपन में नीतीश कुमार के सामने दिया था भाषण

Load More Related Articles
Load More By Nalanda Live
Load More In खास खबरें

Leave a Reply

Check Also

साल 2024 में सबसे ज्यादा किस फिल्म ने की है कमाई.. जानकर चौंक जाएंगे आप

साल 2025 का काउंटडाउन शुरू हो गया है .. हर किसी को नए साल का इंतजार है । लेकिन जो साल साल …