नालंदा जिला में पीठा खाना लोगों को महंगा पड़ गया । पीठा खाने से दर्जनभर लोग बीमार हो गए। जिसमें 5 बच्चे भी शामिल हैं । सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
क्या है मामला
मामला नालंदा थाना क्षेत्र के मनियावां गांव की है । जहां करीब एक दर्जन लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि पीठा खाने के बाद लोगों की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा ।
घर वालों का क्या है कहना
बताया जा रहा है कि विनोद मिस्त्री के घर पीठा बनाया गया था । पीठा घरवाले तो खाए ही थे। पड़ोसियों के घर भी बांटा गया था। लेकिन जब लोगों ने पीठा खाया तो उनकी तबीयत खराब हो गई और आनन फानन में बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा ।
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कौन कौन हुए बीमार
बीमार लोगों में विष्णु यादव, बिंदु देवी,शोभा देवी, हंस कुमार, स्वीटी कुमारी, शिवम कुमार, राहुल कुमार, राजा कुमार, सूरज कुमार सहित विक्टोरिया कुमारी शामिल है। फिलहाल सभी का इलाज सदर अस्पताल बिहारशरीफ में किया जा रहा है।
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बिहार का मोमोज है पीठा
लिट्टी चोखा की तरह पीठा भी बिहार के लोगों का लजीज खाना होता है । सर्दी के दिनों में हर किसी के घर में बनाया जाता है । पीठा एक तरह से बिहार का मोमोज है। ये सामान्यतया पूस के महीने में बनाया है । पूस पीठा खाने की परंपरा सदियों से चलती आ रही है । कई लोग मीठा भरके तो कुछ लोग खोया भरके तो कोई नमकीन चोखा भरके पीठा बनाते हैं । इसे बनाने के लिए चावल के आटे की जरूरत होती है । जिसकी लोई तैयार की जाती है । फिर उसे भरकर बनाया जाता है ।