नवादा जिले से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां अभ्रक की एक अवैध खदान धंस गई है । जिसमें 5 लोग दब गए हैं. जिसमें एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है. ये सभी लोग अवैध खान से अभ्रक निकालने में जुटे थे
अवैध खनन के चक्कर में हादसा
बताया जा रहा है कि जब खदान में बनी चाल अचानक से धंस गई और सभी लोग उसी में फंस गए. आनन फानन में स्थानीय लोगों की मदद से किसी तरह से लोगों को खदान से बाहर निकालने का काम किया गया । जिसमें 1 महिला मजदूर की मौत हो गई. जबकि अन्य लोग फंसे हैं। यहां बता दें कि नवादा में बड़ी संख्या में लोग अवैध खान से अभ्रक निकालते हैं. खनन के लिए खतरनाक करार देते हुए इन खदानों को बंद कर दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद लोग इन खदानों से अभ्रक निकालने में जुटे रहते हैं.
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लोगों की पहचान हुई
ये हादसा रजौली थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित हरदिया पंचायत के भानेखाप अभ्रक खदान में हुआ. मृतक महिला मजदूर की पहचान रजौली थाना क्षेत्र के सूअरलेटी गांव के हीरा भुईयां की 18 साल की बेटी चिंता देवी के रूप में हुई है. इनके अलावा 4 अन्य मजदूर अभ्रक खदान में फंस गए.
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पुलिस अब तक नहीं पहुंची
हादसे की जानकारी रजौली पुलिस को दे दी गई है. लेकिन इलाका दुर्गम होने की वजह से पुलिस अभी तक घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर मजदूरों के खदान में फंसने और मौत की पुष्टि नहीं की गई है.
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लोगों को निकाला गया
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक अभ्रक की अवैध खान में फंसे 2 अन्य मजदूरों को निकाल लिया गया है. इनकी पहचान चरका भुईयां और अनिल भुईयां के रूप में हुई है. इनमें से चरका भुईयां की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शव को लेकर अभ्रक खनन माफिया दूसरे जिले चले गए हैं.
कई सालों से चल रहा अवैध खनन
आपको बताते चलें कि रजौली थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में कई सालों से अवैध अभ्रक का खनन लगातार जारी है. खनन माफिया की पैठ इतनी मजबूत है कि तमाम तरह की कार्रवाई के बावजूद वे अवैध खानों से अभ्रक का खनन करते हैं.