नालंदा,नवादा और शेखपुरा जिला के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए पटना या दूसरे शहर जाने की जरूरत नहीं होगी । क्योंकि बिहारशरीफ के सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज में अब पीजी यानि पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई होगी। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी ने 5 विषयों में पीजी के पढ़ाई के लिए मान्यता दे दी है । आपको बता दें कि शेखपुरा जिला और नवादा जिला से भी बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई करने के लिए बिहारशरीफ आते हैं । ऐसे में उन छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है
किन-किन विषयों में होगी PG की पढ़ाई
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी ने सत्र 2022-23 के लिए बिहारशरीफ के सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज को 5 विषयों में पीजी की पढ़ाई की मंजूरी दे दी है । जिसमें रसायन विज्ञान, गणित, वनस्पति शास्त्र, अर्थशास्त्र और भूगोल शामिल हैं । यानि
छात्र-छात्राओं को अब रसायन विज्ञान, गणित, वनस्पति शास्त्र, अर्थशास्त्र और भूगोल विषय में पीजी करने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। इस विषयों में प्राचार्य ने अधिकतम 30 सीट निर्धारित की गई है।
पटेल कॉलेज ने की थी मांग
दरअसल, सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज ने भौतिकी,रसायन शास्त्र,वनस्पति विज्ञान,जीव विज्ञान,अर्थशास्त्र,राजनीतिक शास्त्र,हिंदी,अंग्रेजी,भूगोल, इतिहास,दर्शनशास्त्र में पीजी की पढ़ाई के अलावा वोकेशनल कोर्सेज में पुस्तकालय एजुकेशन,टूर एंड टूरिज्म,जर्नलिज्म, एमसीए और बीबीएम की पढ़ाई शुरू करने का अनुरोध किया था। जिसके बाद 5 अप्रैल को कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय की तीन सदस्यीय टीम ने कॉलेज की जांच की थी। विश्वविद्यालय के बीएसडब्लू प्रो. अरविंद कुमार नाग, कॉलेज ऑफ इंस्पेक्टर (साइंस)प्रो . अनिल कुमार और कॉलेज ऑफ सोशल साइंस अरविंद कुमार ने कॉलेज में उपलब्ध आधारभूत संरचना और सुविधाओं का आकलन किया था। इसके पूर्व राज्य सरकार ने जिला स्तर पर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया था।
प्रिंसिपल ने क्या कहा
अब तक बिहारशरीफ में केवल नालंदा कॉलेज में ही पीजी की पढ़ाई होती है। लेकिन पाटिलपुत्र यूनिवर्सिटी ने पटेल कॉलेज को भी पीजी की पढ़ाई कराने की मान्यता दे दी है । पटेल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. महेश प्रसाद सिंह के मुताबिक पीजी कोर्स की मान्यता मिलने के बाद छात्र-छात्राओं को इन विषयों में पीजी की पढ़ाई के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा। साथ ही कहा कि वोकेशनल कोर्स के लिए थोड़ा वक्त लग सकता है। क्योंकि इसमें संसाधनों की आवश्यकता पड़ेगी।