कहा जाता है कि दोस्ती में तो लोग जान तक दे देते हैं। लेकिन आजकल दोस्ती के नाम पर जालसाजी और ठगी की जा रही है । ऐसा ही एक मामला सामने आया है । जहां एक दोस्त के फ्रॉड की वजह से वो सलाखों के पीछे पहुंच गया ।
क्या है पूरा मामला
मामला नालंदा जिला के बिहारशरीफ का है। जहां पुलिस ने प्रदीप कुमार नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो तो प्रदीप ने अपना गुनाह पूछा। उसने पूछा कि आप हमें गिरफ्तार क्यों कर रहे हैं। तो पुलिस ने सख्ती दिखाई और कहा कि तुमने 23 लाख रुपए का फ्रॉड किया है ।
प्रदीप के उड़ गए होश
23 लाख की जालसाजी की बात सुनते ही प्रदीप के होश उड़ गए। उसने कहा कि वो कभी किसी के साथ कोई फ्रॉड या जालसाजी नहीं किया है। फिर उसे गिरफ्तार क्यों किया जा रहा है । पुलिस ने बताया कि तुम्हारे बैंक अकाउंट के जरिए ही फ्रॉड हुआ है । ये बात सुनते ही प्रदीप को धीरे-धीरे माजरा समझ में आने लगा कि उसका दोस्त ही दगाबाज निकला।
क्या है फ्रॉड की पूरी कहानी
प्रदीप कुमार बेन थाना के नाथाचाक गांव का रहने वाला है। वो बिहारशरीफ में रहता है । उसका एक दोस्त है जिसका नाम सोनीलाल है । सोनी लाल ने प्रदीप को बैंक अकाउंट खुलवाने की सलाह दी। जिसके बाद प्रदीप ने बिहारशरीफ में केनरा बैंक की बाजार शाखा में अपना बैंक अकाउंट खुलवाया।
सोनी लाल ने कर दिया खेल
एक दिन सोनी लाल ने अपने दोस्त प्रदीप से बैंक अकाउंट के सारे डिटेल्स मांगे। प्रदीप ने दोस्त को सारा डिटेल्स दे दिया जिसके बाद प्रदीप के अकाउंट में 23 लाख रुपये आ गए और फिर वो पैसे बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर हो गए। लेकिन प्रदीप को समझ में नहीं आया कि क्या हुआ है ।
गिरफ्तारी के बाद खुला राज़
दरअसल, सोनीलाल ने प्रदीप के अकाउंट में 23 लाख रुपए फ्रॉड कर मंगाए थे । इसी मामले में प्रदीप की गिरफ्तारी हुई । जिसके बाद प्रदीप को पूरी जालसाजी के बारे में पता चला ।अब पुलिस प्रदीप के फ्रॉड फ्रेंड की तलाश कर रही है ।
ऐसे में नालंदा लाइव अपने पाठकों को सचेत करता है कि ऐसे दोस्तों से बचकर रहिए नहीं तो आपके साथ भी ऐसा धोखा हो सकता है ।