बिहार में इन दिनों प्रचंड ठंड पड़ रही है । इस बीच बिहार का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। बीजेपी ने अचानक अपने विधायकों को पटना बुला लिया है। तो वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ अचानक नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर पहुचें.. जिसके बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई.. सियासी पंडित गुणा गणित, जोड़ घटाव में जुट गए हैं..
शाह के बयान के बाद हलचल तेज
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह के उस बयान के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। जिसमें अमित शाह ने कहा कि अगर नीतीश कुमार के तरफ से कोई प्रस्ताव आएगा तो उसपर विचार करेंगे।
शाह के बयान का मतलब
दरअसल, जो बीजेपी कहती थी कि नीतीश की एनडीए में वापसी के सभी दरवाजे बंद हैं। उसी पार्टी के दूसरे नंबर के नेता अमित शाह का ये बयान 2024 चुनाव के बाद संकेत देने के लिए काफी है कि नीतीश और बीजेपी के बीच नजदीकी बढ़ रही है.
अमित शाह के बयान के बाद तुरंत आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर मिलने पहुंचे। माना जा रहा है कि इस दौरान नीतीश कुमार को मनाने की कोशिश की जा रही है.
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग में हो रही देरी से नाराज हैं। नीतीश कुमार ने जो सीट शेयरिंग का फार्मूला दिया है। उसपर कांग्रेस तैयार नहीं है और नीतीश कुमार 17 से कम सीट पर मानने को तैयार नहीं हैं ।
कहा जा रहा है कि इसी को आधार बनाकर नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से अलग हो सकते हैं और फिर एनडीए की तरफ जा सकते हैं. इसे देखते ही लालू यादव और तेजस्वी यादव दोनों एक साथ नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे और सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा की।
दरअसल, मकर संक्रांति के दिन नीतीश कुमार चूड़ा दही का भोज करने लालू प्रसाद यादव के घर गए थे। वे अपने आवास से पैदल ही राबड़ी आवास तक पहुंचे थे। लेकिन चूड़ा दही के भोज के दिन रिश्तों में वो गरमाहट देखने को नहीं मिली थी। लालू जी ने नीतीश कुमार को टीका भी नहीं लगाया था। जिसके बाद से ही कयासों का बाजार गर्म हो गया था.. अब अमित शाह के बयान के बाद इसमें और तेजी आ गई है
बिहार बीजेपी ने आज पटना में विधायकों की बैठक बुलाई है। बैठक में जब बीजेपी के विधायक पहुंचे तो उनसे नीतीश कुमार को लेकर जब मीडिया ने सवाल पूछा तो उनके सुर बदले बदले नजर आए.. बीजेपी नेता प्रेम कुमार ने कहा कि जब हाईकमान हां कर देता तो उन्हें नीतीश कुमार से कोई दिक्कत नहीं है ।