बिहार पुलिस की वर्दी एक बार फिर दागदार हो गई है । पुलिस वालों की ऐसी करतूत सामने आई है । जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। ऐसे सात पुलिस वालों को गिरफ्तार किया गया है ।
क्यों हुई गिरफ्तारी?
कहा जाता है ना कि रक्षक ही भक्षक बन जाता है। कुछ ऐसा ही इन पुलिस वालों ने किया है । बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। शराब पीना और शराब बेचना दोनों गैरकानूनी है । लेकिन ये पुलिस वाले शराब भी पीते थे और शराब बेचते भी थे। इन्हें SIT की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है ।
कौन कौन गिरफ्तार
बिहार पुलिस के जिन सात जवानों पर FIR दर्ज गिरफ्तार किया गया है । उसमें एसआई निसार अहमद, पीसी मुकेश कुमार, सिपाही प्रिया रानी, होमगार्ड के जवान रामप्रवेश सिंह, रत्नेश कुमार और ड्राइवर मंतोष कुमार शामिल है । खास बात ये है कि ये सभी सातों पुलिसवाले ALTF यानि एंटी लिकर टॉस्क फोर्स के हिस्सा है । मतलब की इन पुलिसवालों को शराब तस्करों पर लगाम कसने की जिम्मेदारी मिली थी। ये खुद ही शराब तस्कर बन गए थे
कहां का है मामला?
दरअसल, वैशाली के एसपी हर किशोर राय को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ पुलिस वाले शराब तस्करी में लिप्त हैं। पुलिस वालों द्वारा शराब बेचने की सूचना मिली थी.. जिसके बाद वैशाली के पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने महुआ एसडीपीओ के सौरभ सुमन और महुआ थाना के पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया । फिर ये टीम ALTF टीम के आवास पर छापेमारी की.. जहां से पुलिस को 32 लीटर देसी और एक बोतल 500ML विदेशी शराब बरामद हुआ।
SP ने की कार्रवाई
जिसके बाद वैशाली एसपी हर किशोर राय ने कार्रवाई कर सभी सातों पुलिसवालों को गिरफ्तार कर लिया । साथ ही इनके खिलाफ महुआ थाने में एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया गया है । वैशाली एसपी हरकिशोर राय ने नालंदा लाइव को बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि एएलटीएफ के कुछ कर्मी शराबबंदी कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। छापेमारी के बाद इनके आवास से शराब की खेप बरामद मिली। आरोप है कि इन शराब को इन पुलिसकर्मियों के द्वारा अपने पीने और बेचने के लिए रखा गया था। मामले में सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।