बिहार बोर्ड का विवादों से पुराना नाता रहा है। रूबी रॉय से लेकर कल्पना कुमारी तक के रिजल्ट पर विवाद हुए। इस बार लग रहा था कि 10वीं बोर्ड के नतीजों पर सवाल नहीं उठेगा। इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बड़ी तैयारी की थी। लेकिन गोपालगंज के एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से 43 हजार उत्तर पुस्तिकाओं की चोरी ने बिहार बोर्ड की तैयारियों पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। इस मामले में एस एस स्कूल के प्रिंसिपल प्रमोद कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा पुलिस ने स्कूल के नाइट गार्ड को गिरफ्तार कर लिया। जबकि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
दरअसल, गोपालगंज के एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से 42 हजार 705 उत्तर पुस्तिकाएं गायब हो गईं हैं। इस मामले में प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने 17 जून को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी । आपको बता दें कि इस साल 17 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने 10वीं की परीक्षाएं दी थी। एग्जाम 21 फरवरी से 29 फरवरी के बीच राज्य के 1,426 केंद्रों पर हुए थे। पिछले वर्ष बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में 50 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए थे। यानी सिर्फ स्टूडेंट्स ही पास हो पाए थे। पिछले साल छात्राओं की सफलता का प्रतिशत 21 और छात्रों का 28 प्रतिशत रहा था। किरकिरी से बचने के लिए बिहार बोर्ड इंटर की तरह मैट्रिक नतीजों में भी पूरी सतर्कता बरत रहा है। मैट्रिक के नतीजों के ऐलान से पहले टॉप-25 तक आने वाले मेधावी छात्रों की जंची हुई उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच की गई है। यहीं नहीं बोर्ड की एक समिति ने राज्य के विभिन्न जिलों से टॉपर विद्यार्थियों को बुलाकर उनका वेरिफिकेशन भी किया गया है।