बिहारशरीफ में 27 जुलूस को विश्वप्रसिद्ध लंगोट जुलूस निकाला जाएगा। जुलूस में बड़ी संख्या में साधु संत के श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। लंगोट जुलूस में गाजा-बाजा के साथ हाथी-घोड़ा से लेकर ऊंट तक शामिल होता। बाबा मणिराम की जयकार से पूरा बिहारशरीफ गूंज उठता है।
जुलूस की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन
लंगोट जुलूस को लेकर नालंदा जिला प्रशासन अभी से ही तैयारियों में जुट गया है। इसके लिए नालंदा के डीएम डॉक्टर त्यागराजन ने अधिकारियों की बैठक बुलाई। जिसमें नालंदा के एसपी सुधीर कुमार पोरिका के साथ एसडीओ और एसडीओपी शामिल हुए। इस दौरान जुलूस के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। साथ ही लंगोट मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर बातचीत हुई। जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने मेला में साफ सफाई,पीने के पानी औऱ जगह जगह सीसीटीवी लगाने के आदेश दिए
बिना लाइसेंस नहीं निकलेगा जुलूस
जिला प्रशासन ने ये तय किया है कि इस बार बिना लाइसेंस के कोई भी जुलूस नहीं निकालेगा। साथ ही डीजे संचालकों को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि जुलूस के दौरान कोई अश्लील और भड़काऊ गाना न बजाया जाय। जुलूस के दौरान बड़ी संख्या में वॉलिंटियर्स और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे ।
बदमाशों पर कार्रवाई के निर्देश
नालंदा के पुलिस कप्तान सुधीर कुमार पोरिका ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि बदमाशों पर कार्रवाई कर उसे हिरासत में लिया जाय।
लंगोट चढ़ाने से पूरी होती है मनचाही मुराद
मान्यता है कि संत शिरोमणि बाबा मणिराम के समाधि पर लंगोट चढ़ाने से मन की मुरादें पूरी होती है।लंगोट मेला के दौरान जाति- धर्म के बंधन से ऊपर उठ कर लोग यहां लंगोट चढ़ा कर बाबा मणि राम से मन्नतें मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर गाजा-बाजा,घोड़ा-हाथी के साथ जुलूस निकाल कर बाबा के दरबार में माथा टेकते हैं।