नवादा के आरजेडी महासचिव की नालंदा में गला काटकर हत्या कर दी गई। इसका खुलासा मंगलवार को हुआ है। आरजेडी नेता पिछले चार दिनों से लापता थे। चार दिन पहले ही नालंदा जिला के खुदागंज थाना इलाके में सिरकटी लाश मिली थी। ये लाश पैमार नदी के किनारे मिली थी। लाश का सिर गायब था। इसकी गुत्थी चार दिन बाद सुलझा ली गई है। खुदागंज थाना के मालीसाढ़ गांव के पास पैमार नदी के किनारे एक लाश मिली थी । जिसमें युवक हाफ पैंट और संडो गंजी पहने था। लेकिन शव का सिर गायब था। जिसके बाद पुलिस कह रही थी इसकी हत्या कहीं और की गई है और यहां लाकर लाश को फेंका गया है। लेकिन अब इसकी गुत्थी सुलझ गई है। हालांकि, अब तक लाश का सिर बरामद नहीं किया गया है ।
क्या है पूरा मामला समझिए
6 जुलाई को रात 8 बजे नवादा के बुच्ची गांव का रहने वाला छोटू गुप्ता कैलाश पासवान के घर पर आया था। उसने एक मामले में पंचायती कराने को लेकर कैलाश पासवान को साथ ले गया। छोटू गुप्ता का उसी के गांव के निवासी राधे साव के साथ विवाद चल रहा था। इसी को लेकर छोटू गुप्ता कैलाश पासवान को पंचायती कराने के लिए अपने साथ लेकर गया था। इसके बाद जब अगले दिन यानि 7 जुलाई को जब कैलाश घर नहीं आए, तो घर वालों ने उन्हें खोजना शुरू कर दिया। लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला।
कैसे सुलझी सिरकटी लाश की गुत्थी
आरजेडी नेता कैलाश पासवान की काफी तलाश के बाद भी 9 जुलाई तक उनकी कोई खबर नहीं मिली । तब घरवालों ने केस दर्ज कराया। इस बीच नालंदा लाइव पर छपी खबर ‘सिर कटी लाश से मची सनसनी’ जरिए कैलाश पासवान के बेटे को इसकी खबर मिली। वे शव की शिनाख्त करने नवादा से नालंदा के सदर अस्पताल पहुंचे।क्योंकि पुलिस ने लाश को वहीं रखा था। शव को देखने के बाद कैलाश पासवान के बेटे ने इस बात की पुष्टि कर दी कि ये लाश उनके पिता कैलाश पासवान की है ।