बिहारशरीफ में चाय के शौकिनों और बच्चों को आज मायूसी हाथ लग सकती है. क्योंकि आज से बिहारशरीफ में सुधा दूध नहीं मिलेगा. नालंदा डेयरी के ड्राइवर की पिटाई के विरोध में बंद का ऐलान किया है. ड्राइवरों के समर्थन में सुधा दूध बेचनेवाले भी उतर आए हैं. शहर के 200 सुधा दूध के दुकानदारों ने दूध की ब्रिकी पर रोक लगा दी है.
नालंदा डेयरी के ड्राईवर को पुलिस ने पीटा था
बिहार थाना की पुलिस पर आरोप है कि शनिवार को खंदक मोड़ के पास मनीष पार्लर के पास दूध उतारने के दौरान एक पुलिसकर्मी ने चालक जितेंद्र कुमार की बेरहमी से पिटाई की। पिटाई के बाद चालक वाहन लेकर आगे गया तो पुलिस ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया और फिर से उसकी पिटाई कर दी। जिसके विरोध में कल सुधा दूध विक्रेताओं ने प्रदर्शन किया था.
क्या है मांगें
सुधा दूध बेचनेवालो की मांग है कि बिहार थाना के थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया जाए. साथ ही चौराहों पर दुग्ध वाहनों से ट्रैफिक पुलिस कर्मी द्वारा की जा रही वसूली बंद होना चाहिए. दुकानदारों ने ऐलान किया है कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तब तक सुधा डेयरी के बुथों पर ताला लटका रहेगा।
पुलिस विभाग आंदोलन से अनजान
दूध विक्रेताओं के आंदोलन से पुलिस विभाग अनजान था। जिस थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने की मांग दुकानदार कर रहे थे, उन्हें भी घटना के संबंध में जानकारी नहीं थी। शाम में डेयरी प्रबंधक ने दूरभाष पर एसपी को घटना की जानकारी दी, तब पुलिस विभाग को आंदोलन की भनक लगी। पुलिस चालक की पिटाई के आरोप से इनकार कर रही है।
8 हजार लीटर दूध की होती है सप्लाई
बिहारशरीफ में रोजाना करीब 8 हजार लीटर सुधा दूध की बिक्री होती है। जिसमें करीब 6 हजार लीटर दूध नालंदा और 2 हजार लीटर पटना डेयरी से आता है। दूध बिक्री बंद होने से नागरिकों को खासी परेशानी हो सकती है। ऐसे सैकड़ों परिवार हैं जो नवजात और छोटे बच्चों को सुधा दूध पिलाते हैं। ऐसे परिवारों को मुश्किलें होंगी।
खटालों में सुबह से ही लगी भीड़
उधर, सुधा दूध के बिक्री बंद होने से खटाल मालिकों की चांदी हो गई है. खटाल वालों ने दूध के दाम बढ़ा दिए हैं.
एसपी ने कहा- जांच के बाद होगी कार्रवाई
नालंदा के एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने कहा कि जाम हटाने के दौरान पुलिस ने सुधा डेयरी की गाड़ी को किनारे से हटाया है।लेकिन पिटाई का मामला उनकी जानकारी में नहीं. अब उनके संज्ञान में मामला आया है. जांच के बाद कार्रवाई होगी.