बिहार के आईटीआई छात्रों के लिए बड़ी खबर है। जिन छात्रों ने आईटीआई कर ली है उन्हें अब इंटरमीडिएट करने की जरुरत नही पड़ेगी। जी हां, आईटीआई की डिग्री को अब इंटरमीडिएट के समकक्ष माना जाएगा । ये फैसला बिहार बोर्ड ने लिया है । हालांकि इसके लिए एक शर्त भी रखी गई है ।
हिंदी और अंग्रेजी में पास करना जरूरी होगा
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर के मुताबिक आईटीआई (ITI)करने वाले छात्रों को अलग से इंटरमीडिएट की परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि अब आईटीआई (ITI) को इंटरमीडिएट समकक्ष माना गया है। हालांकि इसके लिए एक शर्त जोड़ा गया है। जिसके तहत आईटीआई(ITI)को इंटरमीडिएट के समकक्ष तभी माना जाएगा जब वे इंग्लिश ओर हिन्दी में पास होंगे.
लंबे समय से थी मांग
आईटीआई को इंटरमीडिएट का दर्जा देने की मांग लंबे समय से चल रही थी. जिसे अब स्वीकार कर लिया है. बिहार बोर्ड ने छात्रों की मांग को मान लिया है. इससे पहले छात्रों को आईटीआई करने के बावजूद होने उन्हे इंटर की परीक्षा भी देनी होती थी. वहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कई छात्र इस लिए नहीं बैठ पाते थे क्योंकि उनके पास आईटीआई के होने के बावजूद इंटरमीडिएट की डिग्री नहीं होती थी.
ITI छात्रों को मिली बड़ी राहत
बिहार बोर्ड के इस फैसले से छात्रों को बड़ी राहत मिली है. क्योंकि अब आईआईटी पास छात्र भी इंटर स्तरीय परीक्षा दे सकते हैं । साथ ही इंटरमीडिएट का एग्जाम देने से भी छुट्टी मिल गई है ।