बिहार लोक सेवा आयोग की 64वीं सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में राज्यपाल को लेकर पूछा गया एक प्रश्न विवादों में घेरे में आ गया है। सामान्य ज्ञान के दूसरे पेपर में प्रश्न था- ‘भारत में राज्य की राजनीति में राज्यपाल की भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए, विशेष रूप से बिहार के संदर्भ में। क्या वह केवल एक कठपुतली है?’
आलोचना के घेरे में आयोग
बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार इस तरह के प्रश्न पूछे जाने में कुछ भी गलत नहीं मानते। उनके अनुसार ऐसे प्रश्न पहले भी पूछे जाते रहे हैं। हालांकि, इस सवाल के लिए बीपीएससी की आलोचना भी हो रही है। बिहार के प्रतियोगी परीक्षा विशेषज्ञ डॉ. एम रहमान ने कहा कि कई बार परीक्षार्थियों छात्रों की अवधारणा को जानने के लिए इस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं, मगर विशेषकर बिहार लिखकर इंगित करने या कठपुतली जैसे शब्द के इस्तेमाल से बचा जा सकता था। कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस के प्राचार्य डॉ. तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है। बीपीएससी का इस तरह का प्रश्न पूछना गलत है।
परीक्षा में कुछ ऐसे थे प्रश्न
अधिकांश प्रश्न करेंट अफेयर्स, भारतीय राज्य-व्यवस्था, भारतीय अर्थव्यवस्था, पर्यावरण एवं भूगोल तथा विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी के प्रश्न ज्यादा रहे। भारतीय राज्य-व्यवस्था के प्रश्न अवधारणात्मक थे, परंतु कठिन नही थे। अर्थव्यवस्था, भूगोल तथा विज्ञान एवं प्रोधौगिकी के प्रश्न को वर्तमान के साथ जोड़कर पूछा गया था। एक प्रश्न पूछा गया- ‘बहुत अधिक राजनीतिक दल भारतीय राजनीति के लिए अभिशाप हैं। इस तथ्य को बिहार के परिप्रेक्ष्य में स्पष्ट कीजिए?’ एक और प्रश्न इस प्रकार था- ‘वर्तमान सरकार विभिन्न राज्यों में स्मार्ट शहर विकसित करने के लिए प्रयासरत है। स्मार्ट शहरों के बारें में आपकी क्या परिकल्पनाएं हैं? आदर्श स्मार्ट शहर के विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका की व्याख्या कीजिए