सातवीं बार बिहार की सत्ता संभालने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन में हैं. सूबे में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने आलाधिकारियों की जमकर क्लास लगाई है. जिसके बाद अब पुलिस महकमा एक्टिव हो गया है . सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद डीजीपी एसके सिंघल और भी ज्यादा सख्त हो गए हैं. उन्होंने आदेश दिया है कि जिस इलाके में अब क्राइम होगी उसके प्रभारी और उनके साथ रहने वाले जवान दोषी होंगे और उनके खिलाफ कडा एक्शन लिया जायेगा.
थानेदार के साथ पुलिसवाले भी जिम्मेदार
बिहार में अब तक किसी भी इलाके में अपराध होने पर सीधे थानेदार के ऊपर कार्रवाई हो रही थी. लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है. सूत्रों के मुताबिक डीजीपी ने आदेश दिया है कि जिस इलाके में अब अपराध होगी उसके प्रभारी और सिपाही पर ही कार्रवाई की जाएगी. साथ ही दिल्ली के तर्ज पर बीट पुलिसिंग की व्यवस्था की जाएगी.
सिपाहियों और हवलदारों को खास निर्देश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस मुख्यालय ने सिपाहियों और हवलदारों के लिए खास निर्देश जारी किए हैं. जिसके मुताबिक वैसे सिपाही जिनकी नौकरी अभी 10 साल से कम की है, इन सभी को ऑफिस और स्टैटिक ड्यूटी से हटाने का आदेश दिया गया है. ऐसे सिपाहियों को हथियार के साथ फील्ड ड्यूटी लेने को कहा गया है. साथ ही अपराधियों, जमीन, बालू और शराब माफियाओं के साथ सांठगांठ रखने वाले पुलिस अफसर और जवानों के खिलाफ शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं
बर्खास्तगी की प्रक्रिया तेज
बताया जा रहा है कि पुलिस मुख्यालय ने वैसे पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया को तेज करने के आदेश दिए हैं. जो गलत काम करते हुए पकडे गए हैं, जिनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया अभी पेंडिंग है. ऐसे पुलिस वालों की बर्खास्तगी की कार्रवाई को जल्द से जल्द पूरा करने का आदेश दिया गया है.