धान खरीददारी में गड़बड़ी के आरोप में नालंदा के एक पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है । पटना प्रमंडल के कमिश्नर ने पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। पटना प्रमंडल के कमिश्नर कुमार रवि ने ये आदेश नालंदा जिला सहकारिता पदाधिकारी के रिपोर्ट के आधार पर दिया है ।
क्या है मामला
मामला नालंदा के कतरीसराय प्रखंड के बिलारी पैक्स का है । बिलारी के पैक्स अध्यक्ष सुधीर कुमार के खिलाफ पटना के कमिश्नर कुमार रवि ने जांच के आदेश दिए हैं। पैक्स अध्यक्ष सुधीर कुमार पर धान की खरीददारी में गड़बड़ी का आरोप लगा है ।
क्या है आरोप
बिलारी के पैक्स अध्यक्ष सुधीर कुमार पर आरोप है कि उसने किसानों से धान खरीदने के बाद उसका संग्रह नहीं किया। बल्कि खरीदे गए धान को सीधा मिल में भेज दिया। इतना ही नहीं धान को मिल भेजने में जो ट्रांसपोर्टेशन का खर्च हुआ वो भी किसानों से ही वसूला गया । जिसकी शिकायत पटना कमिश्नर से की गई थी । जिसपर उन्होंने जांच के आदेश दिए थे ।
45 लाख टन खरीद का लक्ष्य
बिहार सरकार ने इस साल किसानों से 45 लाख टन धान खरीददारी का लक्ष्य रखा है। इसके लिए पैक्स और व्यापार मंडल को लगाया गया है। बिहार में एक नवंबर से धान की खरीदी हो रही है । जिसमें 463 पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण समितियां) और करीब 500 व्यापार मंडल को लगाया गया है । लेकिन 13 दिसंबर 2023 तक 2.74 लाख मिट्रिक टन धान की खरीद हुई है।
दक्षिण बिहार आगे
इस बार धान की बिक्री करने के लिए इच्छुक किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरुरी है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में उत्तर बिहार के किसान से दक्षिण बिहार के किसान आगे हैं।
किसानों का क्या है कहना
नालंदा लाइव से बातचीत में किसानों ने कहा कि पैक्स में धान बेचने पर 2 से 3 महीने में पैसा मिलता है। जबकि गांव में व्यापारी खुद आकर अनाज को ले जाता है और तुरंत पैसा दे देता है। पैक्स में अपने अनाज को खुद ले जाइए रजिस्ट्रेशन करवाइए बहुत झंझट है। खासकर बटाइदार किसानों के लिए तो ज्यादा ही है ।