बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से निगरानी की टीम ने एक रिश्वतखोर राजस्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। खास बात ये है कि राजस्व कर्मचारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह अंचल हरनौत में तैनात था और जमीन के परिमार्जन के बदले घूस मांगता था।
क्या है पूरा मामला
पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने नालंदा के हरनौत से राजस्व कर्मचारी संतोष कुमार को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। राजस्व कर्मचारी पर आरोप है कि उसने एक महिला से जमीन के परिमार्जन के बदले में 20 हजार रुपए का घूस मांगा था। महिला ने जिसकी शिकायत निगरानी विभाग से की थी।
निगरानी ने कैसे पकड़ा
निगरानी विभाग के डीएसपी शिव कुमार साह ने नालंदा लाइव से खास बातचीत में बताया कि नूरसराय के अंबानगर के रहने वाले छोटे लाल की पत्नी शोभा देवी ने 26 अप्रैल को आरोपी राजस्व कर्मचारी संतोष कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद निगरानी की टीम ने इस पूरे मामले का जांच किया । जांच में निगरानी की टीम को शिकायतकर्ता शोभा देवी के आरोप सही साबित हुए।
डेढ़ महीने बाद गिरफ्तारी
निगरानी विभाग को पूरी प्रक्रिया में करीब डेढ़ महीने का वक्त लग गया। जिसके बाद निगरानी की टीम ने घूसखोर राजस्व कर्मचारी के गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। शिकायतकर्ता को 20 हजार रुपए लेकर राजस्व कर्मचारी के पास भेजा गया। जो नोट राजस्व कर्मचारी के पास से बरामद हुआ। वो पैसे निगरानी की टीम द्वारा शिकायकर्ता को प्रोवइड किया गया था।
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गिरफ्तारी के बाद हड़कंप
निगरानी की टीम ने रिश्वतखोर राजस्व कर्मचारी संतोष कुमार की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी शिव कुमार साह के नेतृत्व में 9 सदस्यीय टीम गठित किया था। जिसने हरनौत अंचल में आकर रेड डाला था। निगरानी की टीम द्वारा राजस्व कर्मचारी को रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद पूरे अंचल में हड़कंप मच गया। जब तक लोग माजरा को समझ पाते तब तक निगरानी की टीम आरोपी कर्मचारी को अपने साथ पटना ले कर चली गई।
अदालत ने भेजा जेल
पटना लाए जाने के बाद आरोपी राजस्व कर्मचारी को अदालत में पेश किया गया। जिसके बाद अदालत ने राजस्व कर्मचारी संतोष कुमार को जेल भेज दिया है । बताया जा रहा है कि राजस्व कर्मचारी संतोष कुमार के पास हरनौत अंचल के लोहरा पंचायत, तेलमर पंचायत और पचौरा पंचायत का कार्यभार मिला हुआ था।