
बिहार में प्रवासी मजदूरों की घरवापसी जारी है। बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो रही है. दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. वैसे कई जगह प्रवासी मजदूरों ने क्वारंटाइन सेंटर में सही खाना ना मिलने की शिकायत की है, लेकिन बिहार के समस्तीपुर जिले (Samastipur District) के कर्राख गांव का क्वारंटाइन सेंटर डांसर्स के नाच-गाने के कारण चर्चा में है.
क्या है पूरा मामला
समस्तीपुर जिले के कर्राख गांव में भी एक क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, लेकिन यह बाहर से डांसर्स बुलाकर मनोरजंन करने के कारण विवादों में आ गया है. खबरों के मुताबिक सोमवार रात को क्वारंटाइन सेंटर में ये डांस करवाया गया. जबकि इस मामले पर समस्तीपुर के एडिशनल कलेक्टर का कहना है कि हम संज्ञान ले रहे हैं और कार्रवाई की जाएगी. हमने वहां टीवी जरूर लगाया है, लेकिन प्रशासन ने बाहर से डांसर्स बुलाकर किसी भी मनोरंजन की अनुमति नहीं दी है.
Bihar: Some dancers, called from outside, performed at a quarantine centre in Karrakh village of Samastipur dist last night. Addl Collector says "We're taking cognizance&action will be taken. We've installed TV there, admn doesn't permit for any other entertainment from outside." pic.twitter.com/err7oetDFK
— ANI (@ANI) May 19, 2020
भोजपुरी गीतों पर झूमे प्रवासी मजदूर
रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान प्रवासी मजदूर ना सिर्फ भोजपुरी गीतों पर झूमे बल्कि उन्होंने जमकर ठुमके भी लगाए. हालांकि बताया जाता है कि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों ने मुखिया पति से मनोरंजन की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था, जिसके बाद बाहर से डांसर बुलाए गए थे.
प्रवासी मजदूरों से कोरोना के बढ़े मामले
बिहार के सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल के दिनों में प्रवासी लोगों के लगातार आने से चुनौतियां भी बढ़ी हैं, क्योंकि इस समय राज्य में मौजूद 916 एक्टिव केस में से 753 प्रवासी मजदूर से संबंधित हैं. जबकि क्वारंटाइन सेंटर में लगातार प्रवासी लोग आ रहे हैं, उनको हर संभव सुविधाएं दी जा रही हैं. क्वारंटाइन सेंटर में कभी किसी चीज की दिक्कत होती है तो सरकार की तरफ से उसका तुरंत समाधान किया जाता है. उन्होंने बताया कि अभी 7840 क्वारंटाइन सेंटर में लगभाग साढ़े 5 लाख लोग आवासित हैं, जिन्हें तय दिशानिर्देश के मुताबिक सारी सुविधाएं दी जा रही है. बिहार में चल रहे आपदा राहत केन्द्र के जरिए 76500 से ज्यादा लोग लाभ उठा रहे हैं.