बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. एसटीएफ ने हैंडपंप की फैक्ट्री पर छापा मारा। जहां हैंडपंप बनाने के नाम पर चल रही फैक्ट्री में पिस्टल बनाए जा रहे थे।
क्या है पूरा मामला
पटना जिला के खुखरुपुर में अवैध हथियार फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. जहां हैंडपंप के निर्माण के नाम पर फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर पिस्तौल बनाए जा रहे थे. पुलिस ने लगभग दो दर्जन तैयार और अर्धनिर्मित सात एमएम के पिस्टल बरामद किए हैं। साथ ही फैक्ट्री में पिस्टल बनाने के उपकरण और मशीन बरामद किए गए हैं।
मिनी गन फैक्ट्री से 4 गिरफ्तार
एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को खुसरूपुर थाना क्षेत्र के ईशोपुर स्थिति हैंडपंप फैक्ट्री में छापेमारी की। पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी पिस्टल बनाने वाले मुंगेर के रहने वाले हैं। मुंगेर को अवैध हथियार के निर्माण का गढ़ माना जाता है। पुलिस की सख्ती के चलते धंधेबाज मुंगेर से बंदूक बनाने की फैक्ट्री को दूसरे जिलों में ले गए। कुछ दिनों पहले वैशाली में भी अवैध बंदूक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था और उसके तार भी मुंगेर से जुड़े थे।
15 साल पहले हुआ था विस्फोट
ये पहला वाक्या नहीं है जब खुसरूपुर में फैक्ट्री किसी और सामान की थी और अंदर बन कुछ और रहा था। साल 2005 में एक ऐसा ही मामला सामने था जब माचिस की फैक्ट्री में बम बनाया जा रहा था। इस फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था जिसमें 20 से अधिक लोग मारे गए थे।
खगड़िया में लॉज में चल रहा था गन फैक्ट्री
दूसरी ओर एसटीएफ ने खगड़िया जिले में भी एक मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है। एसटीएफ और खगड़िया जिला पुलिस ने मुफ्फसिल थाना इलाके के जुबली पेट्रोल पंप के पास एक लॉज पर छापा मारा। लॉज में मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस को यहां से अर्ध निर्मित हथियारों का जखीरा बरामद किया।