नालंदा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है। साथ ही उससे लूट का सामान भी बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि दोनों ने नालंदा के एक उद्योगपति से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। जिसके बाद से ही पुलिस को लुटेरों की तलाश थी।
क्या है मामला
दरअसल, 7 जुलाई को राजगीर में सर्फ कारखाना के मालिक से लूटपाट की वारदात हुई थी। चार बाइक सवार बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर फैक्टरी मालिक से 2 लाख रुपए नकद और लैपटॉप लूट लिए थे। लूटपाट की ये वारदात गिरियक रोड में डाक बाबा पुल के पास हुआ था। वारदात के बाद नई पोखर के रहने वाले कुणाल कुमार ने राजगीर थाना में मुकदमा दर्ज कराया था ।
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SIT ने लुटेरों को पकड़ा
मामले की गंभीरता को देखते हुए नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा ने जांच के लिए SIT का गठन किया । जिसके बाद SIT की टीम लगातार इस केस की गुत्थी सुलझाने में जुटी थी। पुलिस ने पहले मोबाइल से लोकेशन ट्रैस करने की कोशिश की । लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ रहने की वजह से ज्यादा सफलता नहीं मिली ।
18 दिन बाद मिली कामयाबी
राजगीर पुलिस लगातार इस केस पर काम कर रही थी। ऐसे में पुलिस को स्थानीय सूत्रों से वारदात के बारे में क्लू मिला। जिसके बाद राजगीर पुलिस ने छापेमारी कर दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया । जबकि दो लुटेरे अब भी फरार हैं । जिसकी तलाश की जा रही है ।
कौन कौन गिरफ्तार
सूचना के आधार पर नालंदा पुलिस ने राजगीर में बजाज शोरूम के पास छापेमारी की । जहां से दो आरोपी पकड़े गए। जिसमें एक का नाम जितेंद्र कुमार है जो दीपनगर थाना क्षेत्र के नवीनगर गांव के रहने वाले रंजीत केवट का बेटा है। जबकि दूसरे का नाम कुंदन कुमार है । जो बिहार थाना के पहाड़पुरा के रहने वाले भोला राम का बेटा है।
क्या क्या बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से 90 हजार रुपए, दो मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल किया गया एक पल्सर मोटरसाइकिल बरामद किया है। पुलिस इस मामले में बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है । साथ ही उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
छापेमारी टीम में कौन कौन
छापेमारी दल में राजगीर के डीएसपी प्रदीप कुमार के अलावा राजगीर थाना के दारोगा जितेंद्र कुमार, ज्ञानरंजन, डीआईयू की टीम और राजगीर थाना की पुलिस टीम शामिल थी