भारतीय राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपनी एक पहचान है। उनकी हर बात, हर एक्शन पर राजनीतिक विश्लेषकों की नज़र रहती है। बिहार के सियासी गलियारे में आज जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। वो है हिलसा के पूर्व विधायक और आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव की.. वैसे तो शक्ति सिंह यादव को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के करीबियों में से एक माना जाता है। वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के रहने वाले हैं. ऐसे में उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उन्हें खास तब्जो देंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हिलसा के पूर्व विधायक और आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव.. जिन्हें अत्रि मुनि के नाम से भी जाना जाता है.. उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाव नहीं दिया। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को अपने गृह जिले नालंदा के दौरे पर थे। पहले उन्होंने वेन प्रखंड में एथेनॉल प्लांट का उद्घाटन किया। इसके बाद वो हिलसा के सरदार पटेल कॉलेज परिसर पहुंचे.. जहां सरदार वल्लभ भाई पटेल की आदमकम मूर्ति का अनावरण किया। लेकिन इस कार्यक्रम में शक्ति यादव जो हिलसा के पूर्व विधायक हैं.. उन्हें निमंत्रण नहीं मिला था।
चूंकि शक्ति सिंह यादव हिलसा के पूर्व विधायक भी हैं और आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता हैं.. ऐसे में वे खुद सीएम नीतीश का स्वागत करने के लिए पहुंचे। वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत करना चाहते थ। इसलिए वे चादर और गुलदस्ता लेकर पहुंचे थे। उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री उनकी भेंट स्वीकार कर लेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सीएम नीतीश ने गाड़ी के अंदर से ही अभिवादन किया और वहां से निकल गए। आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का गुलदस्ता और चादर उनके हाथ में ही रह गए।
आपको बता दें कि शक्ति यादव ने पिछली बार यानि साल 2020 में हिलसा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जिसमें वो महज 13 वोट से हार गए थे। आप सोचिए कि, नीतीश कुमार के गढ़ में वो जीतते जीतते रह गए थे। जिसके बाद से ही आरजेडी में उनका कद बढ़ गया था। उनकी पहचान एक ऐसे दमदार नेता के तौर पर है.. जो नीतीश कुमार के गढ़ में रहकर उनके खिलाफ ताल ठोंकते हैं..