बिहार चुनाव से पहले ही RJD में घमासान मच गया है. पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के घर के बाहर राजद के सैंकड़ों कार्यकर्तों ने विरोध-प्रदर्शन किया . साथ ही तेजस्वी यादव के खिलाफ नारेबाजी भी की
क्या है पूरा मामला
राबड़ी आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे ये लोग राघोपुर यानि तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं. बताया जा रहा है कि ये लोग पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय के समर्थक हैं. ये लोग भोला राय को MLC प्रत्याशी बनाने की मांग कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव को माननी पडे़गी मांग
विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि हर हाल में तेजस्वी यादव को हम लोगों की मांग माननी पड़ेगी. अगर वो हमारा कहना नहीं माने तो हम लोगों का यह विरोध-प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा. इसका खामियाजा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को भुगतना पड़ेगा.
कौन हैं भोला राय
आपको बता दें कि1995 में उदय नारायण राय उर्फ भोला राय ने अपनी सीटिंग सीट लालू प्रसाद यादव के लिए छोड़ दी थी, जिसके बाद लालू यादव राघोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. इसके बाद से इसी सीट से राबड़ी देवी भी चुनाव लड़ीं और जीत हासिल की. इन दोनों के चुनाव की सारी जिम्मेदारी उदय नारायण राय उर्फ भोला राय ने ही संभाली थी. फिलहाल लालू परिवार की इस पुश्तैनी सीट से खुद तेजस्वी यादव विधायक हैं.
इसी साल के अंत में होने हैं चुनाव
बिहार में विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है ऐसे में अभी तो यह शुरुआत है. देखा जाए तो तेजस्वी यादव के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें सबसे बड़ी चुनौती इस बात की है कि वो अपने दल के कार्यकर्ताओं और नेताओं को कैसे एकजुट रखें, क्योंकि इन्हीं लोगों की बदौलत आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बेड़ा पार लगाना है. जो संकेत मिल रहे हैं, उसके मुताबिक लालू प्रसाद यादव चुनाव के दौरान बाहर नही होंगे ऐसे में ऐसे कई निर्णय होंगे तो तेजस्वी को ही लेने होंगे और अगर निर्णय गलत साबित हुए तो इसका खामियाजा तेजस्वी के साथ पूरी पार्टी को भुगतना होगा.