नालंदा जिला के मिडिल स्कूल में पढ़ा रहे शिक्षकों और उनके परिजनों के लिए खुशखबरी है। दशहरा से पहले ओपेन काउंसिलिंग के जरिए मिडिल स्कूल में 226 शिक्षकों को हेडमास्टर बना दिया जाएगा। स्नातकोत्तर योग्यताधारी और स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान पूर्ण करने वाले 226 शिक्षकों का प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति कर विद्यालय का आवंटन कर दिया जाएगा। डीपीओ स्थापना अरिंजय कुमार ने बताया कि औपबंधिक वरीयता सूची में किसी प्रकार की त्रुटि के लिए 15 अगस्त तक दावा आपत्ति मांगा गया था। उसके बाद दावा आपत्ति का भी निपटारा कर दिया गया है। डीईओ मनोज कुमार के मुताबिक जल्द ही एचएम में प्रोन्नति पाने वाले शिक्षकों का स्कूल का आवंटन कर दिया जाएगा।
प्रमोशन के लिए मांगा गया था आवेदन
स्नातकोत्तर योग्यताधारी वैसे शिक्षक जिन्होंने 31 दिसंबर 2017 तक स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान में न्यूनतम एक वर्ष की सेवा पूरी कर ली है तथा स्नातक योग्यताधारी वैसे शिक्षक जो 31 दिसंबर 2017 तक स्नातक प्रशिक्षित वेतनमान में चार वर्षों की सेवा पूरी कर ली है उनसे मध्य विद्यालयों में एचएम के पद पर प्रोन्नति के लिए आवेदन मांगा गया था।
वेतन भी होगी बढ़ोत्तरी
अभी वर्तमान में प्रशिक्षित वेतनमान के तहत शिक्षकों को 59 हजार के करीब वेतनमान मिल रहा है। एचएम में प्रोन्नति के बाद करीब 63 हजार रुपए मिलेंगे। हालांकि शिक्षक संघ का कहना है कि इसके बावजूद 200 से ज्यादा मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पद खाली रह जाएंगे।
ओपेन काउंसिलिंग से हुई थी पोस्टिंग
नालंदा जिले के 342 एचएम की ओपेन काउंसिलिंग के माध्यम से पोस्टिंग 8 मार्च को की गई थी। एचएम के पद पर प्रोन्नति 29 अक्टूबर 2016 को लॉटरी के माध्यम से की गई थी। स्कूलों के आवंटन के बाद से ही शिक्षक इसके खिलाफ कोर्ट में अपील में चले गए थे। उसके बाद कोर्ट के आदेश पर प्रधान सचिव के निर्देश के बाद खुला काउंसिलिंग के माध्यम से 342 एचएम की पोस्टिंग की गई थी।