दिवाली से पहले नकली और मिलावटी सामान के खिलाफ जिला प्रशासन ने एक्शन शुरू कर दिया है। खाद्य विभाग की टीम ने बिहारशरीफ के मिठाई के पांच नामी दुकानों की छापेमारी की। जिसमें खराब खोवा से मिठाइयां बनाने का खुलासा हुआ है।
मिठाइयों के नमूने पटना भेजे गए
खाद्य विभाग की टीम ने बिहारशरीफ के शीतल छाया समेत मिठाई के पांच नामी दुकानों पर छापेमारी की। जहां से भारी मात्रा में खराब सामान बरामद हुए हैं। जो लोगों की सेहत बिगाड़ सकती है। खराब समान के संदेह पर इन दुकानों से कई मिठाइयों के नमूने इक्ठा किए गए हैं। जिसे जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार का कहना है कि यदि जांच मे गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो संबन्धित दुकान के संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बहुत ज्यादा गड़बड़ी मिली तो दुकान बंद करने के आदेश के साथ ही सजा भी दी जा सकती है।
किस किस दुकान पर हुई कार्रवाई
खाद्य विभाग की टीम ने सबसे पहले अग्रवाल स्वीट्स में जांच की जहां फंगस लगा 20 किलोग्राम खोवा का स्टॉक मिला । जिसे फेंक दिया गया। यहां से पनीर और क्रीम चॉप के नमूने भी लिये गये हैं। गड़बड़ी के संदेह पर शीतल छाया की बर्फी का नमूना लिया गया है। रामचंद्रपुर बस स्टैंड के सामने वाले न्यू पाल होटल में छापेमारी कर पनीर के लड्डू का नमूना लिया गया। जबकि भराव चौक स्थित रंजीत किराना स्टोर से सरसों तेल का नमूना लिया गया। जिसमें मिलावट का संदेह है।
शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई
नालंदा के जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने कहा कि शहर की कई दुकानों में सेहत को हानि पहुंचाने वाली मिठाइयां बेचने की शिकायत मिली थी जिसपर कार्रवाई करते हुए अभियान चलाकर दुकानों मे बिकने वाली खाद्य सामग्रियों की जांच कराई जा रही है।
दिवाली तक चलेगा अभियान
खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि दुकानों से खाद्य सामग्रियों के नमूने लेने का अभियान लगातार दिवाली तक चलता रहेगा। लोगों कीं सेहत से खिलवाड़ करने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिवाली को देखते हुए मिठाई दुकानों की जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है।