नालंदा जिला में बिजली विभाग ने एक महिला को मार डाला। घटना रहुई थाना के इतांसग गांव की है। जहां बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से एक महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला मक्के के खेत में काम कर रही थी। खेत में पहले से ही बिजली के तार गिरे थे। तार में करंट प्रवाहित हो रहा था। बताया जा रहा है कि खेत में काम करने के दौरान ही बिसार देवी करंट के चपटे में आ गईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। महिला की मौत की खबर गांव में जंगल की आग तरह फैल गया। बड़ी संख्या में गांव वाले इक्ठा हो गए । लोगों ने महिला के शव को लेकर बिहारशरीफ-निजाय रोड को जाम कर दिया। वे लोग बिजली विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। साथ ही महिला के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे थे। लोगों ने करीब चार घंटे तक बिहारशरीफ-निजाय रोड का जाम कर रखा था। इसकी सूचना रहुई पुलिस को मिली। जिसके बाद थाना प्रभारी राकेश कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन लोगों का गुस्सा और भड़क उठा। पहले पुलिस और पब्लिक में तू-तू मैं-मैं हुआ। फिर बात हाथापाई तक पहुंच गई। मामला बढ़ता देख रहुई के बीडीओ और सीओ भी घटनास्थल पर पहुंचे। लोगों ने इलाके के जर्जर तार को जल्दी बदलने की मांग की। और मुआवजे की मांग पर अडे़ थे। जिसके बाद सीओ मनोज कुमार दुबे ने मुआवजे के तौर पर 20 हजार रुपये का चेक भी दिया। उसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और जाम हटा। लेकिन नालंदा लाइव का सवाल है कि क्या मुआवजा भर दे देने से इसकी भरपाई हो गई? क्या बिजली विभाग के दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? सवाल ये है कि आज किसी बिसार देवी का जान गया है कल किसी और के साथ हो सकता है। ऐसे में बिजली विभाग को ऐसे तारों को अविलंब बदलना चाहिए। साथ ही गांव वालों का भी फर्ज है कि इसके बारे में बिजली विभाग को सूचित करे ताकि समय रहते हादसे से बचा जा सके