बिहारशरीफ में जिस दिवाकर की हत्या के बाद वबाल हुआ था। जिस दिवाकर की हत्या के बाद बिहार के महलपर मोहल्ले में महाभारत हुआ था। जिसमें कई बाइक खाक हो गए थे। डीएसपी समेत कई पुलिसवाले जख्मी हो गए थे। कई पत्रकारों को चोटें आईं थी। उस हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। दिवाकर की हत्या कोल्ड ड्रिंक को लेकर नहीं हुई थी। उसकी हत्या के लिए पांच लाख रुपए दिए गए थे।
दिवाकर की हत्या के लिए 5 लाख की सुपारी
खैराबाद के रहने वाले दिवाकर साव की हत्या के लिए उसके चचेरे भाई ने ही सुपारी दी थी। नालंदा के एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि दिवाकर के चचेरे भाई रौशन उसके नाम की सुपारी दी थी। पुलिस ने सुपारी किलर मुन्ना कुमार गिरफ्तार कर लिया है। वो दीपनगर के बसखोड़ गली का रहने वाला है।
चल रहा था जमीन विवाद
नालंदा के एसपी सुधीर कुमार पोरिका के मुताबिक दिवाकर साव का उसके चचेरे भाई रौशन से जमीन विवाद चल रहा था। रौशन आपराधिक प्रवृति का है और जेल भी जा चुका है। इसी दौरान उसकी भेंट मुन्ना से हुई और उसने पांच लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी। एडवांस में दस हजार रुपये और दस गोलियां दी थी।
सुपारी किलर मुन्ना ने खोला राज
सुपारी मुन्ना ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर महलपर में वारदात को अंजाम दिया था। मुन्ना ने पूछताछ में बताया कि दिवाकर को सतीश पासवान नाम के बदमाश ने गोली मारी थी। मोहल्लेवालों ने भाग रहे एक बदमाश दारोगा बिगहा गांव के रहने वाले रजनीकांत सिंह उर्फ शेरा को पकड़ लिया था और उसकी जमकर पिटाई की थी और छत से नीचे फेंक दिया था। पुलिस ने किसी तरह उसे लोगों की चंगुल से छुड़ाया।
क्या था मामला
छह जुलाई की सुबह दिवाकर अपनी मौसी को स्टेशन छोड़कर वापस लौट रहा था। उसके पीछे से दूसरी बाइक पर उसका भाई दीपक भी आ रहा था। महलपर मोड़ पहुंचते ही बदमाशों ने दिवाकर को गोली मार दी। जिसमें उसकी मौत हो गई। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने दौड़ाकर रजनीकांत को पकड़ लिया। लेकिन बाकी के बदमाश भागने में कामयाब रहे थे। गुस्साए लोगों ने आरोपी रजनीकांत की जमकर पिटाई की थी और छत से फेंक दिया था। आरोपी को छुड़ाने आई पुलिस को भी लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।