बिहारशरीफ नगर निगम के पूर्व मेयर दिनेश कुमार ठगी के शिकार हो गए। उनसे 51 लाख रुपए की ठगी हुई है । पूर्व मेयर का कहना है कि एक छात्र और बिजनेसमैन को मदद करना महंगा पड़ गया
क्या है पूरा मामला
पूर्व मेयर दिनेश कुमार की बेटी महराष्ट्र के कोल्हापुर के डीवाई पाटिल मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई कर रही है। दिनेश कुमार बेटी से मिलने कोल्हापुर गए थे। पूर्व मेयर का कहना है कि वहां उनकी मुलाकात गुजरात के रहने वाले अशोक प्रवीण भाई कपाड़िया से हुआ। जो दिनेश कुमार की बेटी का बैचमेट था। दिनेश कुमार के मुताबिक अशोक कपाड़िया ने कहा कि उसके पास कॉलेज फीस जमा करने के पैसे नहीं हैं। अगर वो 14 लाख रुपए फीस के तौर पर जमा नहीं किया तो पढ़ाई छोड़नी पड़ेगी। जिसके बाद दिनेश कुमार ने अशोक कपाड़िया को 14 लाख रुपए दिए ताकि वो फीस भर सके।
अमित कपाड़िया ने लगाया 37 लाख का चूना
इतना ही नहीं बिहारशरीफ के पूर्व मेयर दिनेश कुमार को गुजरात के ही अमित विनोद कोलड़िया नामक एक शख्स ने 37 लाख रुपए का चूना लगाया। दिनेश कुमार का कहना है कि अमित विनोद कपाड़िया ने बिजनेस के नाम पर 37 लाख रुपए उधार लिए जो आज तक नहीं लौटाया। दिनेश कुमार का दावा है कि दोनों को बैंक के माध्यम से रुपए दिए थे, जिसका सबूत भी है।
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
बिहारशरीफ के डीएसपी इमरान परवेज ने कहा कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही कार्रवाई के लिए आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम को गुजरात भेजा जाएगा ।
मन में उठते सवाल
बेटी के क्लासमेट को फीस भरने के नाम पर कोई 14 लाख रुपए दे सकता है क्या ?
क्या बिजनेस में सपोर्ट के नाम पर कोई किसी को 37 लाख रुपए दे सकता है क्या ?
बिना कोई गारंटर के दिनेश कुमार ने दो गुजरातियों को इतनी बड़ी रकम कैसे दे दी ?
आजकल कोई भाई को 100 रुपए नहीं देता है इतनी बड़ी रकम देना सामन्य सी बात है क्या ?