नालंदा में जहां एक ओर जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है. वहीं,दूसरी ओर प्रशासन की मिलीभगत से दबंग तालाब,नहर और पइन पर कब्जा जमा रहे हैं. ऐसी एक शिकायत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा के हरनौत में सामने आया है. जहां प्रखंड कार्यालय से महज कुछ मीटर की दूरी पर साढ़े तीन एकड़ में फैला एक तालाब है. जिसपर दबंगों की काली नजर है और उसपर लगातार कब्जा कर रहे हैं ।
क्या है पूरा मामला
हरनौत के जनता मार्केट के पीछे करीब साढ़े तीन एकड़ में फैला एक सरकारी तालाब है । जिसपर अवैध कब्जा किया जा रहा है. अब उसपर करकट के सहारे कमरों का निर्माण कराया जा रहा है । इतना ही नहीं, उन कमरों को 35 सौ रुपए में किराया लगाने का सरेआम एलान किया गया है । जिससे स्थानीय लोग ही नहीं बल्कि सीओ और बीडीओ भी वाकिफ हैं. लेकिन वो भी जानकर अंजान बने हैं.
घरों का पानी निकलना होगा मुश्किल
इस तालाब के पास करीब दो सौ घर बने हैं जिनकी नालियों का पानी इसी तालाब में गिरता है.अगर इस पर कब्जा हो गया तो उन घरों का गंदा पानी निकलना मुश्किल हो जाएगा.
जदयू नेता ने की डीएम से शिकायत
हरनौत के रहनेवाले और युवा जदयू के जिलाध्यक्ष सन्नी पटेल ने पहले इसकी शिकायत सीओ और बीडीओ से किया. यहां उनकी बातों को अनसुना किया गया तो सन्नी पटेल ने डीएम से गुहार लगाई है ।
लोगों को प्रशासन पर नहीं रहा विश्वास
हरनौत वासियों का कहना है कि अब उन्हें प्रशासन पर भरोसा नहीं है. सीओ और बीडीओ जानकर बुझकर अनजान बने हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि जब तालाबों और नहरों को भर दिया जाएगा तो फिर नालंदा कैसे होगा जलशक्ति