अन्नदाताओं के गुस्से का असर दिखना शुरू हो गया है। नूरसराय ‘कद्दूकांड’ पर नालंदा के डीएम डॉक्टर त्यागराजन ने संज्ञान लिया। डीएम डॉक्टर त्यागराजन ने नूरसराय के सब्जी उत्पादकों से मिले और उन्हें सब्जी की मुनासिब कीमत दिलाने के लिए हर संभव उपाय किए जाने का भरोसा दिया। साथ ही बैठक में मौजूद जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार को इस मुद्दे में कदम उठाने का निर्देश दिया।
डीएम ने को-ऑपरेटिव सोसाइटी गठन का आदेश दिया
उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को ऐसी व्यवस्था करने को कहा ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित कीमत मिल सके। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को को-ऑपरेटिव सोसाइटी का गठन कर किसानों द्वारा उत्पादित सब्जियों की बिक्री कराने का भी आदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि किसानों के उनकी उपज की सही कीमत मिले।
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किसानों ने डीएम को बताई समस्या
वहीं, इस मीटिंग में मौजूद किसानों ने डीएम को बताया अपना दर्द बताया। किसानों ने कहा कि इस बार सब्जियों का उत्पादन अत्यधिक हुआ है। जिससे थोक सब्जी व्यापारी इसका फायदा उठाकर सब्जियों के दाम कम कर दे रहे हैं और विवश होकर किसानों को थोक सब्जी व्यवसायियों को औने-पौने दाम पर सब्जी बेचना पड़ता है। जिस पर जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन ने हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया। डीएम साहब द्वारा बुलाई गई मीटिंग संतोष कुमार, अनिल पिंटू यादव, कमलेश कुमार और संजय कुमार समेत कई किसान शामिल हुए। आपको बता दें कि रविवार को नूरसराय में किसानों ने सड़क पर सैकड़ों क्विंटल लौकी सड़क पर फेंक दी थी और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी। जिसकी वजह से बिहारशरीफ-पटना रोड कई घंटे तक जाम रहा था