नालंदा के जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा देवी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ जिला परिषद के सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। तनुजा देवी के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 13 जुलाई को पहले चर्चा होगी। उसके बाद इस पर वोटिंग होगी।
कुर्सी बचाने के लिए चाहिए 18 वोट
नालंदा जिला परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 34 है। ऐसे में नालंदा जिला परिषद की अध्यक्षा तनुजा देवी को अपनी कुर्सी बचाने के लिए 18 वोटों की जरुरत होगी। अगर कुछ सदस्य वोटिंग से अनुस्थित रहते हैं तो ऐसे में मौजूद सदस्यों के आधे से एक ज्यादा वोट की जरुरत होगी।
खरीद-फरोख्त का आरोप
विपक्षी सदस्यों नालंदा के जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा देवी पर पार्षदों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक कुर्सी बचाने के लिए तनुजा देवी पार्षदों का खरीद फरोख्त कर रही हैं ।
क्या है मामला
नालंदा जिला परिषद के सदस्य अनिरुद्ध कुमार,सीताराम प्रसाद,बालमुकुंद पासवान,कमलेश पासवान,सत्येंद्र कुमार,पार्वती देवी औऱ पुरुषोतम जैन ने 30 जून को जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था। इन लोगों ने जिला परिषद अधिनियम की धारा 70(4) के तहत जल्द से जल्द बैठक बुलाने की मांग की थी। जिसपर डीडीसी यानि जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने मंजूरी दे दी है। अब 13 जुलाई को वोटिंग होगी। जिसमें ये साफ होगा कि तनुजा देवी की कुर्सी बचती है या विपक्ष की जीत होती है।