नालंदा जिलावासियों को एक और बाईपास का तोहफा मिला है। अब पटना से बिहारशरीफ होते हुए शेखपुरा-लखीसराय,जमुई जाने वाले लोगों को भी जाम से निजात मिलेगा। बिहारशरीफ बाईपास, पचासा मोड़ एनएच 31 से उपरौरा और एनएच 82 तक 6 किलोमीटर की लंबे टू वे बाईपास का निर्माण होगा। आपको बताएंगे कि इस बाईपास के बनने के बाद नालंदा जिला के किन-किन गांवों को फायदा होगा। साथ ही बाईपास की खूबियां भी बताएंगे। लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि सड़क बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया गया है।
24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा बाईपास
बिहारशरीफ बाईपास में पचासा मोड़ यानी एनएच 20 से होते हुए उपरौरा एनएच 82 को सीधे जोड़ेगा। 6 किलोमीटर लंबे इस बाइपास को बनाने में 32 करोड़ 65 लाख रुपये खर्च होंगे। ये रोड सात मीटर चौड़ा होगा। इसके अलावा दोनों किनारों पर ढाई-ढाई मीटर चौड़ा पाथवे होगा। ये बाइपास दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही सड़क बनाने वाली एजेंसी को अगले 5 साल तक इसकी मरम्मत करनी होगी।
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6 किमी लंबी सड़क पर होंगे कई ब्रिज
छह किलोमीटर लंबे टू लेन बनाने में 02 हाई लेबल ब्रिज (2×16 मीटर), 01 माइनर ब्रिज (3x6x6 मीटर), लगभग 15 छोटी पुल तथा सोहसराय हॉल्ट के समीप एक रेलवे का ओवर ब्रिज बनना है। इस रोड के बन जाने से एनएच 20 के ट्रैफिक लोड को कम हो जाएगा।
किन-किन गांवों के अच्छे दिन आएंगे
बिहारशरीफ बाइपास पचासा मोड़, एनएच- से 20 उपरौरा और एनएच-82 तक छह किलोमीटर की दूरी तक टू लेन मार्ग का निर्माण होने से पचासा मोड़, मिल्कीपर, बबूरबन्ना, सिकंदरा, इमामगंज, इतासंग, भदवा, इमादपुर, बसवन बिगहा, बिसकुरवा, उपरौरा सहित कई गांव के लोगों के अच्छे दिन आने वाले हैं। क्योंकि इन गांव के लोगों बस पकड़ने के लिए अब दूसरी जगह नहीं जाना पड़ेगा।
जाम से मिलेगी मुक्ति
पटना से शेखपुरा और लखीसराय जाने के लिए अब बिहारशरीफ आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही शेखपुरा से आने वाले वाहन अब बिहारशरीफ में प्रवेश नहीं करेंगे । जिससे शहर में जाम नहीं लगेगा।